भारतीय वायुसेना ने शनिवार(16 फरवरी) को राजस्थान जैसलमेर पोखरण में अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इसमें 137 लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टरों शामिल थे। ये वायु शक्ति प्रदर्शन पुलवामा आतंकी हमले के दो दिन बाद हुआ। वायुसेना की ओर से 'वायुशक्ति-2019' का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में एयर चीफ एयर मार्शल बी.एस. धनोआ भी शामिल थे। बी.एस. धनोआ ने कहा, किसी भी जवाबी कार्रवाई के लिए एयरफोर्स पूरी तरह से तैयार है।
वायुशक्ति अभ्यास के दौरान वायुसेना ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस, उन्नत हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर जैसे देशी जंगी वायुयानों की मारक क्षमता एवं सतह से हवा में मार करने वाली आकाश एवं हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल की प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया। लड़ाकू जेट और हेलीकॉप्टरों ने दिन और रात के दौरान अपने लक्ष्यों को भेदा। ऐसा पहली बार है कि उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर एवं आकाश को सैन्य अभ्यास में लगाया गया। Su-30s, Mirage 2000s, जगुआर, Mig-21 Bison, Mig-27, Mig-29, IL78, हरक्यूलिस, AN-32 विमान सहित कुल 137 विमानों ने भाग लिया।
वायुसेना ने अभ्यास के दौरान हवा से जमीन की भूमिका में उन्नत मिग 29 लड़ाकू जेट को भी तैनात किया। सुखोई 30, मिराज 2000, जगुआर, मिग 21 बिसन, मिग 27, मिग 29, आईएल 78, हरकुलस, एएन 32 विमानों समेत 137 विमानों ने इस अभ्यास में हिस्सा लिया। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, विभिन्न देशों के रक्षा अताशों और रक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने भी इस अभ्यास का अवलोकन किया। इस मौके पर वायुसेना के मानद ग्रुप कप्तान महान क्रिक्रेटर सचिन तेंदुलकर भी मौजूद थे।
दिल्ली में 12 फरवरी को हुए संवाददाता सम्मेलन में वायुसेना के शक्ति प्रदर्शन वायु शक्ति 2019 को लेकर ऐलान हुआ था। पुलवामा आंतकी हमले में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। इस हमले की जिम्मेजारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।