वरुण गांधी ने मोदी सरकार को घेरने के लिए लिया ओवैसी के कंधे का सहारा, कहा- 'बेरोजगारी देश में सबसे ज्वलंत मुद्दा'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 14, 2022 02:26 PM2022-06-14T14:26:29+5:302022-06-14T14:31:51+5:30
पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी ने साल 2019 में प्रचंड बहुमत से बनने वाली मोदी सरकार को बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरते हुए मोदी सरकार के कट्टर आलोचक ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के द्वारा बेरोजगारी के खिलाफ दिये भाषण को साझा किया है।
दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार की फजीहत करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सांसद वरुण गांधी अक्सर उनके लिए ऐसी परेशानी खड़ी करते रहते हैं, जिससे सरकार को शर्मसार होना पड़ता है।
साल 2019 में प्रचंड बहुमत से बनने वाली मोदी सरकार को बेरोजगारी पर घेरते हुए पीलीभीत के सांसद ने मोदी सरकार के कट्टर आलोचक ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के द्वारा बेरोजगारी के खिलाफ दिये भाषण की जमकर सराहना की है।
मोदी सरकार को बीते 8 सालों में कई मुद्दों पर घेरने वाले वरुण गांधी ने हैदराबाद के सांसद ओवैसी के भाषण के वीडियो को पोस्ट करते हुए सरकारी महकमों में बड़ी संख्या में खाली पदों का मुद्दा उठाया है।
वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, "आज बेरोजगारी देश का सबसे ज्वलंत मुद्दा है और देश भर के नेताओं को इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहिए। बेरोजगार युवाओं को न्याय दिया जाना चाहिए, तभी देश मजबूत होगा।"
बेरोज़गारी आज देश का सबसे ज्वलंत मुद्दा है और पूरे देश के नेताओं को इस मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना चाहिए। बेरोज़गार नौजवानों को न्याय मिलना चाहिए,तभी देश शक्तिशाली बनेगा।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 13, 2022
मैं आभारी हूँ की रोजगार के ऊपर उठाए गए मेरे सवालों का @asadowaisi जी ने अपने भाषण में ज़िक्र किया। pic.twitter.com/MAqfTOtHKZ
इस तीखे सवाल के साथ वो यह भी कहते हैं कि इस मुद्दे को उठाने के लिए वो ओवैसी के आभारी हैं। इससे साफ है कि वरुण गांधी पार्टी लाइन के बाहर जाकर अपनी ही पार्टी की सरकार की मुखालफत कर रहे हैं और वो भी एक ऐसे सांसद के भाषण को कोट करते हुए, जो उनकी पार्टी की विचारधारा के खिलाफ लड़ाई छेड़े हुए है।
सांसद ओवैसी जिस तरह से केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हैं, उसे देखकर यह लगता है कि वरुणा गांधी द्वारा उनके भाषण को कोट करना सरकार के लिए नागवार गुजरेगा लेकिन उसके बाद भी भाजपा द्वारा वरुणा गांधी के खिलाफ कोई एक्शन लिया जाना आसान नहीं होगा।
इस पूरे मसले में अब यह देखना होगा कि भाजपा वरुण गांधी के ट्वीट को किस तरह से लेती है और उनके संबंध में कौन सा फैसला लेती है, लेकिन एक बात तो तय है कि भाजपा की ओर से केवल सुब्रमण्यम स्वामी ही नहीं बल्कि वरुण गांधी भी गाहे-बगाहे मोदी सरकार की नकेल कसते रहते हैं।