वरुण गांधी ने एक बार अपनी सरकार पर साधा निशाना, GST को लेकर बोले- राहत देने के समय कर रहे आहत
By मनाली रस्तोगी | Published: July 18, 2022 11:41 AM2022-07-18T11:41:45+5:302022-07-18T11:43:26+5:30
भाजपा सांसद वरुण गांधी अक्सर ही अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए नजर आते हैं. हाल ही में उन्होंने देश में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर सरकार को घेरा था. अब इसी क्रम में वो जीएसटी को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए दिखाई दिए.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी को बीते लंबे समय से आमजन के सवालों को उठाने और अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए देखा गया है। इसी क्रम में सोमवार को उन्होंने वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार से निशाना साधते हुए नजर आए।
आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर GST लागू है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) July 18, 2022
रिकार्डतोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यमवर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा।
जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं।
उन्होंने सोमवार को ट्वीट करते हुए लिखा, "आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर जीएसटी लागू है। रिकॉर्डतोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यमवर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा। जब 'राहत' देने का वक्त था, तब हम 'आहत' कर रहे हैं।"
आंकड़ें जो डराते हैं:
— Varun Gandhi (@varungandhi80) July 11, 2022
देश में बेरोजगारी दर - 7.80%
हरियाणा - 30.6%
राजस्थान - 29.8%
असम -17.2%
जम्मू-कश्मीर -17.2%
बिहार -14%
1.3 करोड़ लोगों की नौकरियां गई।
करोड़ों खेतिहर मजदूरों और श्रमिकों के पास कोई रोजगार नहीं।
क्या इन आंकड़ों के साथ हम देश के विकास की गाथा लिखेंगे? pic.twitter.com/Rwi5a71QKZ
बता दें कि इससे पहले वरुण गांधी ने बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार को घेरा था। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था, "आंकड़ें जो डराते हैं: देश में बेरोजगारी दर- 7.80 फीसदी, हरियाणा 30.6 फीसदी, राजस्थान- 29.8 फीसदी, असम-17.2 फीसदी, जम्मू-कश्मीर-17.2 फीसदी, बिहार-14 फीसदी. 1.3 करोड़ लोगों की नौकरियां गई। करोड़ों खेतिहर मजदूरों और श्रमिकों के पास कोई रोजगार नहीं। क्या इन आंकड़ों के साथ हम देश के विकास की गाथा लिखेंगे?"