गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, रिकॉर्ड लोग पहुंचे, जानिए अब कहां होंगे मां गंगा के दर्शन
By भाषा | Published: October 28, 2019 03:57 PM2019-10-28T15:57:19+5:302019-10-28T15:57:19+5:30
मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि ‘अन्नकूट’ के पर्व पर ‘तीर्थ पुरोहितों’ ने 11 बज कर करीब 40 मिनट पर गंगा लहरी का पाठ किया और इसके बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए।
गढ़वाल हिमालय में स्थित गंगोत्री धाम के कपाट सोमवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।
मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि ‘अन्नकूट’ के पर्व पर ‘तीर्थ पुरोहितों’ ने 11 बज कर करीब 40 मिनट पर गंगा लहरी का पाठ किया और इसके बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। मंदिर के कपाट बंद होने के बाद देवी गंगा की मूर्ति को फूलों से सजी पालकी में रख कर मुखवा ले जाया गया जहां सर्दियों के दौरान उनकी पूजा अर्चना की जाएगी।
#Uttarakhand: Portals of Gangotri temple closed for the winter season. pic.twitter.com/W2m1uT6hYd
— ANI (@ANI) October 28, 2019
सेमवाल ने बताया कि यह पालकी मुखवा के गंगा मंदिर में मंगलवार को पहुंचेगी। गौरतलब है कि गंगोत्री चार धामों में से एक है, जहां हजारों की संख्या में प्रति वर्ष तीर्थयात्री आते हैं। सर्दियों में हर साल मंदिर के बर्फ से ढंक जाने के कारण, मूर्तियों को निचले इलाकों में बने मंदिरों में ले जाया जाता है और वहीं इनकी पूजा अर्चना की जाती है।