देहरादूनः उत्तराखंड में मानसून की पहली भारी बारिश में जगह-जगह भूस्खलन की घटनांए हुईं। वहीं, केदारनाथ मार्ग पर बुधवार को भूस्खलन की चपेट में एक वाहन के आने से महाराष्ट्र की एक महिला की मौत हो गयी और पांच अन्य घायल हो गए। वहीं कपकोट क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है और तेज बरसात के कारण एक एएनएम सेंटर ध्वस्त हो गया, जबकि कई सड़कें बंद हो गई हैं।
उधर रुद्रप्रयाग में भारी बारिश के बाद सड़कें जलमग्न हो गई हैं जिसके बाद वहां यातायात बंद हो चुका है। इलाके में भूस्खलन को लेकर SDRF की टीमें तैनात की गई हैं। रुद्रप्रयाग के एसपी आयुष अग्रवाल ने बताया, हमने भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की पहचान सहित सभी इंतजाम किए हैं।
मौसम विभाग ने प्रदेश के नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ जिले में भारी से बहुत भारी बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मानसून की अवधि में हर समय सतर्क रहने के निर्देश जारी करते हुए कहा कि आपदा की स्थिति में कार्रवाई करने का समय कम से कम होना चाहिए तथा राहत व बचाव कार्य तत्काल शुरू होने चाहिए।
कपकोट में तेज बरसात से बुधवार असों स्थित एएनएम सेंटर तबाह हो गया तथा वहां रखा सामान भी नष्ट हो गया। सूचना पर स्थानीय विधायक सुरेश गड़िया व कपकोट के उप-प्रभागीय न्यायाधीश सुबह से ही प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर पहुंचे तथा उन्होंने ग्रामीणों से घरों में रहने की अपील की। उन्होंने बताया कि बरसात के कारण डेढ़ किलोमीटर सड़क क्षतिग्रस्त हुई है। वहीं, आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल से मिली जानकारी के अनुसार बरसात के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गयी थीं, जिन्हें बाद में साफ कर दिया गया।
रुद्रप्रयाग में एक महिला की मौत
रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ मार्ग पर सोनप्रयाग के समीप बुधवार को एक वाहन के भूस्खलन की चपेट में आने पर महाराष्ट्र की एक महिला की मृत्यु हो गयी जबकि पांच अन्य लोग घायल हो गए। रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि हादसा बुधवार दोपहर बाद तीन बजे के आसपास रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ जब मुनकटिया के समीप पहाडी से अचानक भूस्खलन होने से सोनप्रयाग- गौरीकुंड शटल सेवा में लगा वाहन उसकी चपेट में आ गया। दुर्घटना में वाहन सवार एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए।