उत्तर प्रदेशः 400 करोड़ रुपए से सड़कों के भरे जाएंगे गड्डे!, पंचायत चुनावों के पहले 823 गांवों में डामर युक्त रोड
By राजेंद्र कुमार | Updated: September 13, 2025 18:25 IST2025-09-13T18:24:15+5:302025-09-13T18:25:31+5:30
Uttar Pradesh: दिवाली से पहले 50 हजार किलोमीटर लंबी सड़कों के गड्ढे भरना है. यह टास्क आसान नहीं है. लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत करीब 1.22 लाख सड़कें हैं, जिनकी कुल लंबाई 2.70 लाख किमी है.

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लखनऊः उत्तर प्रदेश की देश के सबसे विकसित राज्य में बनाने का दावा करने वाली योगी सरकार की हर सड़क बदहाल है. यह दावा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने नहीं किया है. बल्कि यह खुलासा सरकार के ही सड़क बनाने वाले महकमे लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी )की रिपोर्ट से हुआ है. इस विभाग के रिपोर्ट के अनसूयर राज्य की 50 हजार किलोमीटर लंबी सड़कें गड्ढों से भरी हैं. जाहिर है की इन गड्डे भरी सड़कों के चलते सूबे की जनता की नाराजगी सरकार के प्रति बढ़ रही है. इसका अहसास होते ही अब सरकार ने इन गड्डा भारी सड़कों के गड्ढे भरने (पैच रिपेयर) के लिए 400 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया है। अब दिवाली के पहले दिवाली से पहले 50 हजार किलोमीटर लंबी सड़कों के गड्ढे भरे जाएंगे.
इसके साथ ही सरकार ने 150 से आबाड़ी वाले राज्य के 823 गांवों में डामर रोड बनाने के लिए 200 करोड़ रुपए खर्च करने की अनुमति पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की दी है. पंचायत चुनावों के चलते ही इन 823 गांवों में डामर रोड बनाने की सुध सरकार को आयी है. सरकार के इस निर्देश के बाद अब पीडब्ल्यूडी के अधिकारी सकड़ों के गड्ढे भरने (पैच रिपेयर) को लेकर सक्रिय हो गए है.
इसकी मुख्य वजह दिवाली से पहले 50 हजार किलोमीटर लंबी सड़कों के गड्ढे भरना है. यह टास्क आसान नहीं है. राज्य में लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत करीब 1.22 लाख सड़कें हैं, जिनकी कुल लंबाई 2.70 लाख किमी है. इसमें से 50 हजार किलोमीटर लंबी सड़कों के गड्ढे भरने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करना होगा.
बहुत से कर्मचारियों को दिन रात लग कर सड़कों का पैच रिपेयर मजबूती से करना होगा ताकि अगले साल तक वह टूटे नहीं. पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कहते हैं कि इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश होने के कारण सड़कों की दशा ज्यादा खराब हुई है. उन्हें ठीक करने के लिए अधिकारियों ने योजना तैयार की है. इसके तहत 20 अक्तूबर के पहले सड़कों के गड्डे भरने का लक्ष्य तय किया गया है.
इसके साथ ही यह तय किया गया ही कि प्रदेश में जिन मार्गों पर दुर्गापूजा के पंडाल लगने हैं वहां 22 सितंबर से पहले सड़कों के गड्डे भर कर उन्हे ठीक किया जाएगा. गड्डों से सूबे की सड़कों के बदहाल होने को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सीनियर नेता और लोकनिर्माण विभाग के मंत्री रह चुके शिवपाल सिंह यादव योगी सरकार के कराये निर्माण कार्यों पर सवाल खड़ा करते हैं.
उनका कहना है कि योगी सरकार में बनाई जा रही सड़कों का निर्माण खटिया है क्यों हर साल सरकार सड़कों के गड्डे भरने में ही 300 से 400 करोड़ रुपए खर्च कर रही है. बीते साल भी प्रदेश सरकार ने पैच रिपेयर के मद में 340 करोड़ खर्च किए गए थे. सड़क खराब बनी थी इसीलिए वह गड्डों से भर गई. फिलहाल लोक निर्माण विभाग के अधिकारी शिवपाल यादव के इस कथन पर कुछ बोल नहीं रहे हैं.
इन गांवों में डामर युक्त सड़क होगी
अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव के पहले राज्य के 823 गांवों के लोगों की एक बड़ी मुराद पूरी होने वाली है. इन गांवों में में डामर युक्त सड़क बनेगी. यह 823 गांव सूबे के उन 2400 गांवों में शामिल हैं, जिनकी आबादी 150 या उससे अधिक है. और इन गांवों की मुख्य सड़क से दूरी एक किमी या उससे से ज्यादा है और इनमें कोई पक्का मार्ग नहीं हैं.
अब इन 823 गांवों को पक्के मार्ग से जोड़ें के लिए योजना तैयार की गई है. इन योजना के तहत उक्त गांवों में डामर युक्त सड़क बनाने के लिए 200 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. अनुपूरक बजट के जरिये यह धनराशि प्राप्त की जाएगी. कहा जा रहा है कि पंचायत चुनावों में इसका लाभ सरकार को मिलेगा.