मेरठ: जाको राखे साइयां, मार सके न कोय! तीन बोरियों के अंदर नवजात बच्ची को रख सड़क किनारे फेंका, घंटों बाद भी मिली जिंदा
By विनीत कुमार | Published: November 24, 2020 11:15 AM2020-11-24T11:15:18+5:302020-11-24T17:17:39+5:30
इस बढ़ती ठंड के बीच मेरठ में तीन बोरियों में रखकर एक नवजात बच्ची को सड़क किनारे फेंकने का दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक दिहलाने वाला मामला सामने आया है, जहां तीन बोरियों के भीतर रखकर एक नवजात को सड़क के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया गया था। ये एक बच्ची है। अच्छी बात ये रही कि बच्ची जिंदा है और पूरी तरह स्वस्थ है। पुलिस ने सड़क किनारे लावारिस हालत में बच्ची के मिलने की जानकारी के बाद उसे अस्पताल में बेहतर रखरखाव के लिए भर्ती करा दिया है।
बच्ची के बोरे में फेंके जाने की भनक वहां के लोगों को बच्ची के रोने की आ रही आवाज से मिली। इसके बाद कुछ लोगों ने बोरे को खोलना शुरू किया। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक शख्स बच्ची को बोरे से बाहर निकालता देखा जा सकता है। वहीं, एक महिला ये कहते देखी जा रही है कि 'कैसे कोई मां-बाप ऐसा कर सकते हैं।'
इस बीच पुलिस ने बताया है कि बच्ची स्वस्थ है और उसका इलाज चल रहा है। मेरठ पुलिस ने बताया, 'बच्ची को प्यारेलाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस उचित कदम उठा रही है।'
इस मामले में पुलिस अधिकारी डॉ अखिलेश नारायण सिंह ने बताया, 'हमें शताब्दी नगर से एक फोन आया कि एक नवजात बच्ची मिली है। इसके बाद एक पुलिस टीम वहां गई और बच्ची को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसे उचित इलाज दिया जा रहा है। डॉक्टरों ने बताया है कि बच्ची का जन्म प्रीमिच्योर हुआ है लेकिन वह स्वस्थ है। सभी जरूरी कार्रवाई किए जा रहे हैं।'
नवजात बच्चे को देखकर ये अंदाजा है कि उसका जन्म कुछ ही देर पहले हुआ था। पुलिस ने इस बीच इलाके के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगालने का काम शुरू कर दिए हैं ताकि इसक बात का पता लगाया जा सके कि बच्ची को वहां कौन फेंक गया।