गाजीपुर:उत्तर प्रदेश के जिला गाजीपुर से 42 कोरोना वायरस मरीज गायब हो गए हैं। जिला अधिकारी अभी तक उनको ट्रेस नहीं कर पाए हैं। इन सभी कोरोना संक्रमितों के मोबाइल नंबर या तो स्विच आफ हैं या फिर गलत दर्ज करवाए गए हैं। जिला के आला अधिकारियों का कहना है कि वो सारे 42 कोरोना मरीजों ने गलत पता और गलत मोबाइल नंबर दिया था।
गाजीपुर में रोजाना कोरोना के 50 से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में 42 कोरोना मरीजों के लापता होने की वजह से संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है।
गाजीपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने गायब हुए 42 कोरोना रोगियों के बारे में गाजीपुर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया है कि ना ही 42 कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल में हैं और ना ही अपने दिए पते पर घर में क्वारंटाइन हैं। पत्र में लिखा है '42 कोरोना मरीजों का पता लगाया जा रहा है।'
पिछले करीब 15 दिनों से कोरोना मरीजों की गायब होने की घटनाएं सामने आ रही है। कोरोना को लेकर आधे से ज्यादा शहर को हॉटस्पॉट घोषित किया जा चुका है।
जिले में गुरुवार (30 जुलाई) को कुल 70 नये कोरोना केस मिलने के साथ अब तक कुल 1138 कोरोना मामले पाए गए हैं। वहीं 567 कोरोना मरीज ठीक होने के बाद डिस्चार्ज हो चुके हैं। 10 कोरोना मरीजों की मौत जिले में हो चुकी है। जिले में ऐक्टिव केस 561 हैं।
उत्तर प्रदेश: कोरोना संक्रमण से एक दिन में हुईं सबसे अधिक 57 मौत, संक्रमण के 3,765 नए मामले
उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 3,765 नए मामले सामने आए, जबकि 57 और मौतों के साथ इस संक्रमण से जान गंवाने वालों का आंकड़ा गुरुवार को 1,587 हो गया। प्रदेश में मौत के 57 मामले किसी एक दिन में मृतकों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। संक्रमण के 3,765 मामलों का आंकड़ा भी एक दिन में सर्वाधिक है।
अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अब तक कुल 46, 803 लोग पूरी तरह होकर अस्पतालों से घर जा चुके हैं । संक्रमण के उपचाराधीन मामलों की संख्या 32, 649 है जबकि कोरोना संक्रमण की वजह से कुल 1,587 लोगों की जान गयी है