लखनऊ में भव्य लक्ष्मण मंदिर बनाएगी योगी सरकार, बलरामपुर में जल्द बनेगा पहला आदिवासी संग्रहालय
By मनाली रस्तोगी | Published: May 11, 2022 09:23 PM2022-05-11T21:23:57+5:302022-05-11T21:25:55+5:30
श्री लक्ष्मण पीठ सेवा न्यास के अध्यक्ष पंडित धीरेंद्र वशिष्ठ ने बताया कि मंदिर के लिए एक एकड़ भूमि निर्धारित की गई है। लक्ष्मण मंदिर की ऊंचाई 81 फीट होगी। उन्होंने आगे बताया कि पांच साल में लक्ष्मण मंदिर का निर्माण होगा।
लखनऊ:अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जोरों पर है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भव्य लक्ष्मण मंदिर का निर्माण किया जाएगा। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार बलरामपुर जिले में पहले जनजातीय संग्रहालय 'थारू जनजाति संग्रहालय' के द्वार को आम जनता के लिए जल्द ही खोलने के लिए तैयार है। प्रदेश सरकार ने लखनऊ में एक भव्य लक्ष्मण मंदिर बनाने का फैसला किया है।
टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, श्री लक्ष्मण पीठ सेवा न्यास के अध्यक्ष पंडित धीरेंद्र वशिष्ठ ने बताया कि मंदिर के लिए एक एकड़ भूमि निर्धारित की गई है। लक्ष्मण मंदिर की ऊंचाई 81 फीट होगी। उन्होंने आगे बताया कि पांच साल में लक्ष्मण मंदिर का निर्माण होगा। वशिष्ठ ने कहा, "मंदिर निर्माण में लगभग पांच साल लगेंगे और इसे मीनाक्षी तिवारी और सुनील श्रीवास्तव द्वारा वास्तु मानदंडों के अनुसार डिजाइन किया जा रहा है। यह शैली और डिजाइन में भव्य और शानदार होगा।"
पहला आदिवासी संग्रहालय थारू जाति संग्रहालय बलरामपुर के इमिलिया कोडर गांव में स्थित है। संग्रहालय 5.5 एकड़ की भूमि पर बनाया गया है। यह लगभग पूरा होने के करीब है। वहीं, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लखनऊ, सोनभद्र और लखीमपुर खीरी में भी इसी तरह के आदिवासी संग्रहालय बनाने की योजना बनाई है। यूपी सरकार ने हर जिले में चयनित सरकारी लड़के/लड़कियों के स्कूलों में शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में प्रतिमाओं और गौरव पट्टिकाओं को स्थापित करने की भी योजना बनाई है।