कोविड-19: उत्तर प्रदेश में 2987 लोगों की मौत, कुल 1,92,382 संक्रमित, 1,40,107 लोग संक्रमण से मुक्त
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 24, 2020 06:11 PM2020-08-24T18:11:13+5:302020-08-24T18:11:13+5:30
रिकवरी का प्रतिशत बढ़कर 72.82 हो गया है। अभी तक कुल 2987 लोगों की मौत हुई है। अब तक प्रदेश में 62,744 कोविड हेल्प डेस्क बनाए जा चुके हैं, जिनकी सहायता से अब तक लगभग 6,75,000 लक्षणात्मक लोगों की पहचान की जा चुकी है।
लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना केस बढ़ रहा है। प्रदेश में आज 61 और लोगों की मौत हो गई और मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,987 है। यूपी के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन ने कहा कि पिछले 24 घंटों में कोरोना के 4677 नए मामले सामने आए हैं।
एक्टिव केसों की कुल संख्या 49288, पूरी तरह ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके लोग 1,40,107 हैं। इस प्रकार रिकवरी का प्रतिशत बढ़कर 72.82 हो गया है। अभी तक कुल 2987 लोगों की मौत हुई है। अब तक प्रदेश में 62,744 कोविड हेल्प डेस्क बनाए जा चुके हैं, जिनकी सहायता से अब तक लगभग 6,75,000 लक्षणात्मक लोगों की पहचान की जा चुकी है।
कल प्रदेश में 1,21,553 सैंपल्स की जांच की गई है। अब तक प्रदेश में कुल 46,74,620 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से 61 और लोगों की मौत होने के साथ ही प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,987 हो गई है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को बताया कि 4,677 नये मामले सामने आये हैं, राज्य में अभी तक कुल 1,92,382 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में 2,987 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है, 49,288 लोगों का इलाज चल रहा है जबकि 1,40,107 लोग इलाज के बाद संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि सभी जनपदों में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कन्ट्रोल सेंटर को पूरी सक्रियता से चलाने तथा एम्बुलेंस सेवाओं को पूरी तरह सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए हैं। लखनऊ तथा कानपुर नगर पर विशेष ध्यान देने के निर्देश मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए हैं क्योंकि इन जनपदों में सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। अधिक से अधिक कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर बल देने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिन शहरों में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की संख्या कम है वहां जिलाधिकारियों को कहा है कि डोर-टू-डोर सर्वे और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को बढ़ाया जाए।