UPPRPB Paper Leak News: सीएम योगी ने लिया फैसला, रेणुका मिश्रा को हटाया, 1991 बैच के अधिकारी को दी जिम्मेदारी, 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी हुए थे शामिल
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 5, 2024 12:06 PM2024-03-05T12:06:32+5:302024-03-05T12:28:34+5:30
UPPRPB Paper Leak News: उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने और परीक्षा रद्द करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटा दिया।
UPPRPB Paper Leak News: उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला किया है। मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष को हटा दिया है। प्रश्नपत्र लीक के आरोपों के बाद यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द होने के कुछ दिन बाद सरकार ने फैसला किया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रश्नपत्र लीक मामले में कार्रवाई करते हुए 1990 बैच की भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी रेणुका मिश्रा को महानिदेशक और अध्यक्ष उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के पद से हटा दिया है।
मैं प्रदेश भर के युवाओं को आश्वस्त करता हूं कि आपके भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर पाएगा... pic.twitter.com/eoVznAStaH
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) March 3, 2024
रेणुका मिश्रा को प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया है और उनकी जगह 1991 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी राजीव कृष्णा को उप्र पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की जिम्मेदारी दी गयी है। 17 और 18 फरवरी को राज्य भर में आयोजित हुई परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
सरकार ने 1990 बैच की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की अधिकारी रेणुका मिश्रा को 14 जून 2023 को महानिदेशक व अध्यक्ष उप्र पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्होंने बताया कि 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी सतर्कता निदेशक राजीव कृष्ण को बोर्ड की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी है।
प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के बाद राज्य सरकार ने 24 फरवरी को उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा रद्द कर दी थी और छह महीने के भीतर दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दिया था। राज्य सरकार ने आरोपों की जांच उप्र पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) से कराने की भी घोषणा की थी। इसी वर्ष 17 और 18 फरवरी को आयोजित परीक्षा में राज्य भर में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
राज्य सरकार ने 24 फरवरी को पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द कर दी थी और कहा कि छह महीने के भीतर पुन: परीक्षा आयोजित की जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने यूपी परीक्षा पेपर लीक के खिलाफ सख्ती का संकल्प लिया था। सरकार ने यह भी कहा कि एक विशेष कार्य बल (एसटीएफ) पेपर लीक के आरोपों की जांच करेगा।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने कहा था कि मैं प्रदेश भर के युवाओं को आश्वस्त करता हूं कि आपके भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर पाएगा। परीक्षाओं की पवित्रता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। युवाओं की कड़ी मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे उपद्रवी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई निश्चित है।