केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने सुशील मोदी पर साधा निशाना, कहा- कुछ सृजन घोटाले पर भी तो बोलिए
By एस पी सिन्हा | Published: November 18, 2018 08:09 PM2018-11-18T20:09:38+5:302018-11-18T20:09:38+5:30
उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में शीट शेयरिंग के मुद्दे से इतर कुशवाहा को एनडीए में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से लगातार चुनौती मिल रही है। कुशवाहा ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं कि वो एनडीए के साथ हैं या फिर महागठबंधन के साथ।
बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर जुबानी जंग लगातार जारी है। इसी कड़ी में रालोसपा प्रमुख व केन्द्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा और बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बीच ट्वीट के जरिए शीत युद्ध चल रहा है। एनडीए के अंदर ही उपेंद्र कुशवाहा अब अपने विरोधियों पर धुआंधार हमला बोल रहे हैं।
आम तौर पर ट्विटर से दूर रहने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने इसी कड़ी में सुशील मोदी पर एक बार फिर से हमला बोला है। इशारों-इशारों में अपनी भड़ास निकालते हुए कुशवाहा ने उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई हैं।
उन्होंने ट्वीटर पर लिखा है, "महोदय, बिलकुल सच कहा आपने, हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने तो, देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की हर संभव कोशिश की, मगर जरा सृजन घोटाले पर भी तो कुछ बोलिए...?
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने आगे लिखा है, "मनन-चिंतन: "कई लोग राजनीतिक पिछलग्गू होते हैं। छपास रोग से पीडित, मिजाज से अवसरवादी व घोर सत्तापरस्त...! इनकी उपयोगिता सहयोगी पार्टी/नेता का भोंपू के तौर पर बखूबी होता है, ऐसे लोग मच्छर की भांति खून पीकर, अपनी ही पार्टी में मलेरिया-डेंगू फैलाते हैं और अपना वजूद जिन्दा रखते हैं।"
यहां बता दें कि इससे पहले, शनिवार को सुशील मोदी ने ट्वीट के जरिए कहा था कि कुछ लोग गलतफहमी के शिकार होकर गठबंधन धर्म के विपरीत काम कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में शीट शेयरिंग के मुद्दे से इतर कुशवाहा को एनडीए में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से लगातार चुनौती मिल रही है। कुशवाहा ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं कि वो एनडीए के साथ हैं या फिर महागठबंधन के साथ। वैसे नीतीश कुमार के नीच वाले बयान के बाद से उपेंद्र कुशवाहा खासे नाराज चल रहे हैं। साथ ही सीट शेयरिंग पर अमित शाह से मुलाकात नहीं हो पाने के बाद पटना लौटे कुशवाहा ने भाजपा को 30 नवंबर तक सीट शेयरिंग पर फैसला करने का अल्टिमेटम दिया है।