यूपी: भाजपा की मुस्लिम महिला नेता ने घर में स्थापित की गणेश की मूर्ति, जारी हुआ फतवा, मिल रही है धमकी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 3, 2022 06:08 PM2022-09-03T18:08:35+5:302022-09-03T20:33:01+5:30
यूपी के अलीगढ़ में भाजपा की मुस्लिम महिला नेता रूबी आसिफ खान के खिलाफ देवबंद मुफ्ती अरशद फारूकी ने सिर्फ इस कारण से फतवा जारी किया है क्योंकि उन्होंने गणेश चतुर्थी के मौके पर अपने मकान में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की थी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की एक मुस्लिम महिला नेता को उन्हीं के समुदाय की ओर से फतवा और धमकी मिलने की शिकायत सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक अलीगढ़ की भाजपा मुस्लिम महिला नेता रूबी आसिफ खान के खिलाफ देवबंद मुफ्ती अरशद फारूकी ने सिर्फ इस कारण से फतवा जारी किया है क्योंकि उन्होंने गणेश चतुर्थी के मौके पर अपने मकान में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की थी और उसकी पूजा की थी।
समाचार एजेंसी द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक अलीगढ़ भाजपा महिला मोर्चा की मंडल उपाध्यक्ष रूबी आसिफ खान को जिस मुफ्ती ने फतवा दारी किया, वो दावा कर रहे हैं कि रूबी आसिफा ने मूर्ति पूजा करके गैर इस्लामिक आचरण किया है। वह जानती हैं कि इस्लाम में मूर्ति पूजा प्रतिबंधित है। उसके बाद भी उन्होंने ऐसा कृत्य किया है, जो हमारी मजहब में माफी के काबिल नहीं है।
वहीं फतवा जारी होने के बाद भाजपा नेता रूबी आसिफ खान ने धार्मिक सौहार्द का हवाला देते हुए कहा कि अपने मकान में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करके उन्होंने दोनों मजहबों के बीच मिसाल कायम करने का प्रयास किया है। इसके साथ ही रूबी आसिफा खान ने देवबंद मुफ्ती अरशद फारूकी पर हमलावर होते हुए आरोप लगाया कि ऐसे मुफ्तियों के कारण हमारे समाज में भेद पैदा होता है, लोग धर्म के नाम पर एक-दूसरे से नफरत करते हैं।
उन्होंने कहा कि अपने घर में मूर्ति स्थापित करके मैंने हिंदू भाईयों के साथ मुस्लिम भाईयों की खुशहाली के लिए दुआ मांगी है लेकिन अमन और चैन के मकसद से किये गये इस पाक पहल को मुफ्ती अरशद फारूकी गलत बता रहे हैं तो ये उनकी सोच है, इसमें कोई क्या कर सकता है।
वहीं मुफ्ती अरशद फारूकी ने कहा कि हम मानते हैं कि हिंदुओं के लिए भगवान गणेश की पूजा शुभ होती है और हिंदू अपने मजहब के बताये तौर-तरीकों से भगवान गणेश की पूजा करते हैं, हमें उससे कोई एतराज नहीं है। लेकिन किसी मुस्लिम द्वारा मूर्ति पूजा किया जाना इस्लाम के सिद्धातों के खिलाफ है।
उन्होंने कहा, “इस्लाम में सिवाय अल्लाह के किसी की इबादत नहीं होती है। ऐसा करने वाले मुस्लिम इस्लाम के खिलाफ आचरण कर रहे हैं। इसलिए जो लोग मूर्ति पूजा करते हैं तो उनके खिलाफ इस्लाम में जारी किये जाने वाला फरमान सुनाया जाता है, जिसे फतवा कहा जाता है, चूंकि रूबी आसिफा खान ने इस्लामी शिक्षा के विरूद्ध आचरण किया है, इसलिए उनके खिलाफ यह फतवा जारी किया गया है।”
फतवे का जवाब देते हुए रूबी खान ने कहा कि वो देवबंद मुफ्ती जैसे लोगों के फतवे को कोई तवज्जो नहीं देती हैं। उन्होंने दावा किया कि ऐसे मौलवी और मुफ्ती कभी सच्चे मुसलमान नहीं हो सकते हैं, वो धर्म के आधार पर हमारे समाज को बांटने में लगे रहते हैं।
इसके साथ ही रूबी आसिफा खान ने आगे कहा कि ऐसे मुफ्ती और मौलाना चरमपंथी मानसिकता के होते हैं। वो भारत में रहकर भी हिंदुस्तान की परवाह नहीं करते हैं और अगर वह सच्चे मुसलमान होते तो इस तरह की बात नहीं करते। रूबी ने कहा कि वह हमेशा से हिंदू त्योहार मनाती रही है और आगे भी करती रहेगी।