UP Politics News: जीत से उत्साहित अखिलेश यादव अब पीडीए को देंगे और धार, "लक्ष्य 2027, सपा 300 पार" का नया नारा
By राजेंद्र कुमार | Published: June 11, 2024 06:47 PM2024-06-11T18:47:10+5:302024-06-11T18:48:20+5:30
UP Politics News: अखिलेश यादव लखनऊ में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रभावी रणनीति तैयार करने के लिए पार्टी के सीनियर लोगों के विचार जान रहे हैं.
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UP Politics News: लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फार्मूले से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शिकस्त देकर बेहद खुश हैं. दो दिन सैफई में गुजार कर मंगलवार को वह लखनऊ लौटे तो यहां तमाम मिलने वालों से पीडीए फार्मूले के असर पर अखिलेश यादव खूब चर्चा करते दिखे. वह कहते है कि पीडीए फार्मूले से ही 37 सीटें जीतकर सपा प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. अखिलेश पीडीए की जुटान को सामाजिक एकजुटता का सकारात्मक आंदोलन मान रहे हैं.
अब वह पीडीए की एकजुटता को वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव तक कम नहीं होने देंगे. इस मंशा के तहत ही अखिलेश ने अगले विधान सभा चुनावों के लिए 300 पार का नारा दिया है. इस नारे के जरिए अब अखिलेश यादव यूपी के हर जिले में भाजपा की योगी सरकार को घेरने के मिशन पर जुटेंगे.
अखिलेश का पीडीए को धार देने वाला प्लान
फिलहाल अखिलेश यादव लखनऊ में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रभावी रणनीति तैयार करने के लिए पार्टी के सीनियर लोगों के विचार जान रहे हैं. इसके साथ ही वह यूपी के विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के लखनऊ आने का इंतजार कर रहे हैं. सतीश महाना दिल्ली में हैं. इस कारण सपा मुखिया करहल विधानसभा सीट से अपना इस्तीफा देने मंगलवार को नहीं गए.
अखिलेश ने सैफई में करहल सीट से इस्तीफा देने का ऐलान किया था. योजना के आनुसार सैफई से लखनऊ पहुँचने पर उन्हे मंगलवार को इस्तीफा देना था. अब अखिलेश दिल्ली जाने के पहले यह कार्य पूरा कर दिल्ली जाएंगे. सपा नेताओं के अनुसार सपा के देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनाने को अखिलेश यादव के एक बड़ी चुनौती मान रहे हैं.
उनका कहना है कि अब इस ऊंचाई को रखना है. इसलिए हर कार्यकर्ता को और मेहनत करनी होगी. पार्टी का हर छोटा बड़ा कार्यकर्ता दूने उत्साह के साथ सूबे हर गांव और ब्लाक तक लोगों के पास उत्साह के साथ पहुंचे इसके लिए मंगलवार को अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं को "लक्ष्य 2027, सपा 300 पार" का नया नारा दिया है.
अखिलेश ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा है कि सपा को समाज के हर वर्ग और तबके ने वोट देकर भविष्य की राजनीति की दिशा केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में बदल दी है. पीडीए का सामाजिक समरसता का संदेश नए इंडिया और न्यू यूपी के लिए नया पैगाम है.
यूपी में 300 पार के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पार्टी की नजर अति पिछड़ी जातियों के साथ ही बसपा के दलित वोट बैंक पर रहेगी. इन्हे अपने साथ लाकर पार्टी को और मजबूत किया जाएगा. इसके लिए अखिलेश यादव आने वाले दिनों में दलितों और अति पिछड़ी जातियों के नेताओं को पार्टी में महत्वपूर्ण पद देकर पीडीए को और मजबूत करेंगे.
सपा नेताओं का दावा
टीम अखिलेश के सदस्य सुनील यादव साजन और उदयवीर जैसे नेताओं का कहना है कि इस लोकसभा चुनाव में सपा के हाथों मिली करारी शिकस्त से भाजपा के नेता बेहद मायूस हो गए हैं. उनकी बोलती बंद हो गई है और भाजपा के हारे नेता आपस में लड़ने लगे हैं. हारे हुए भाजपा नेता पार्टी के ही नेताओं पर भीतरघात करने का आरोप लगा रहे हैं.
जबकि समाजवादियों ने कई हार देखने के बावजूद भी कभी मायूसी नहीं दिखाई है. संघर्ष किया और जीत हासिल की. संघर्ष करना की असल में समाजवादियों की निशानी है. संघर्ष के बल पर कामयाबी पाना ही असल समाजवाद है. यह नेता कहते है कि पीडीए फार्मूले के जरिए समाजवादियों की जीत का सिलसिला इसी तरह चलता रहेगा. इसके लिए हम अभी से तैयारी करने में जुट गए है. उम्मीद है कि वर्ष 2027 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में भाजपा को फिर से करारी हार का सामना करना पड़ेगा.