UP Police Constable Paper Leak 2024: 60244 पदों पर भर्ती, 126 लोग अरेस्ट, संकट बनने लगा सिपाही भर्ती पेपर लीक का मसला, छात्रों का प्रदर्शन
By राजेंद्र कुमार | Published: February 23, 2024 06:14 PM2024-02-23T18:14:04+5:302024-02-23T18:17:17+5:30
UP Police Constable Paper Leak 2024: छात्रों की नाराजगी को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल और पीएसी इको गार्डन में तैनात की गई है.

file photo
UP Police Constable Paper Leak 2024: उत्तर प्रदेश में सिपाही के 60,244 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला प्रदेश सरकार के लिए संकट बनने लगा है. शुक्रवार को सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का आरोप लगाते हुए हजारों अभ्यर्थियों ने लखनऊ के इको गार्डन में विरोध प्रदर्शन किया. हाथों में होल्डिंग और बैनर लिए इन छात्रों ने भर्ती बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए फिर से परीक्षा कराने की मांग की है. छात्रों का कहना है कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है. पेपर लीक सिर्फ एक जगह नहीं बल्कि कई जगहों पर हुआ है. लखनऊ के अलावा मेरठ में भी छात्रों ने पेपर लीक को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है. छात्रों की नाराजगी को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल और पीएसी इको गार्डन में तैनात की गई है.
पेपर लीक के प्रमाण देने को कहा गया
फिलहाल छात्रों की नाराजगी को देखते हुए उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने लिखित परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने के संबंध में अभ्यर्थियों से प्रमाण देने को कहा है. सरकार छात्रों की नाराजगी को लेकर परेशान है. अधिकारियों को लगता है कि अगर यह मामला तूल पकड़ गया तो सरकार के खिलाफ माहौल बनेगा. जिसके चलते ही इस मामले में तेजी दिखाते हुए भर्ती परीक्षा देने वाले छात्रों से कहा गया है कि वह प्रमाणों एवं साक्ष्यों सहित अपना प्रत्यावेदन शुक्रवार (23 फरवरी) की शाम छह बजे तक बोर्ड की ई-मेल आईडी पर भेजे. जिसका परीक्षण करने के बाद अभ्यर्थियों के हित में आगे की कार्रवाई की जाएगी.
इसके साथ ही उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सिपाही भर्ती परीक्षा के संबंधित पेपर लीक की शिकायतों की आंतरिक जांच शुरू कर दी है. बोर्ड ने पेपर लीक होने के आरोपों की जांच के लिए एडीजी अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक आतन्तिक समिति गठित की गई है.
बोर्ड के अपर सचिव भर्ती के मुताबिक विगत 17 और 18 फरवरी को चार पालियों में हुई लिखित परीक्षा के संबंध में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म और अखबारों में कुछ प्रश्न पत्रों के संबंध में सूचनाएं वायरल होने की खबरें प्रकाशित हुई थी.इस बारे में अभ्यर्थियों द्वारा विभिन्न जिलों में प्रत्यावेदन प्रस्तुत किए जा रहे हैं.
बोर्ड ने इस बारे में अभ्यर्थियों और सर्वसाधारण को सूचित किया है कि यदि इस विषय में वह कोई प्रत्यावेदन प्रस्तुत करना चाहते हैं, तो सुसंगत प्रमाणों एवं साक्ष्यों के साथ अपना प्रत्यावेदन जिसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर एवं आधार कार्ड अंकित हो, उसे 23 फरवरी की शाम तक बोर्ड को भेज सकते हैं.
परीक्षा में सेंध लगाने की कोशिश हुई थी
फिलहाल पेपर लीक को लेकर नाराज छात्र सड़क पर उतर विरोध प्रदर्शन करने लग गए हैं. छात्रों के इस कदम से सरकार के अधिकारी हतप्रभ हैं. चुनावों के ठीक पहले छात्रों की नाराजगी सरकार के लिए संकट बन सकती है, जिसके चलते अब नाराज छात्रों को मनाने का प्रयास शुरू हो गया है. इसके साथ ही छात्रों की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई किए जाने की बात भी कही जा रही है.
राज्य के कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार का कहना है कि राज्य में नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए कई कदम उठाए गए थे. उनका कहना है कि परीक्षा में सेंध लगाने की कोशिश हुई थी. जिसके चलते 15 से 17 फरवरी तक सिपाही के 60,244 पदों के लिए हुई भर्ती की लिखित परीक्षा में सेंध लगाने की कोशिश में 126 लोग गिरफ्तार किए गए थे.