UP News: दो दिन में 2 बड़े झटके!, अवैध खनन मामले में सीबीआई ने भेजा अखिलेश यादव को समन, दिल्ली में होगी पूछताछ, आखिर क्या है मामला
By राजेंद्र कुमार | Published: February 28, 2024 04:06 PM2024-02-28T16:06:48+5:302024-02-28T16:08:29+5:30
UP News:सीबीआई ने सीआरपीसी की धारा 160 के तहत अखिलेश यादव को समन भेजकर पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया है. बुधवार को अवैध खनन प्रकरण में केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने अखिलेश यादव को पूछताछ के लिए समन भेज दिया.
लखनऊः समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लगातार दूसरे दिन तगड़ा झटका लगा है. मंगलवार को अखिलेश के नजदीकी सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर पार्टी के ही राज्यसभा प्रत्याशी आलोक रंजन को चुनाव हरा दिया. बुधवार को अवैध खनन के एक प्रकरण में केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने अखिलेश यादव को पूछताछ के लिए समन भेज दिया. सीबीआई ने सीआरपीसी की धारा 160 के तहत अखिलेश यादव को समन भेजकर पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया है. अवैध खनन का यह मामला हमीरपुर का है. इस मामले में बतौर गवाह अखिलेश यादव को सीबीआई के समक्ष पेश होना है. अखिलेश को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि उन्हें जवाब देने के लिए सीबीआई के सामने उपस्थित होना होगा.
ऐसे शुरू हुई अवैध खनन को पड़ताल
अखिलेश यादव के नजदीकी नेताओं के अनुसार, अखिलेश यादव को जनवरी 2019 में दर्ज हुई एफआईआर के संबंध में तलब किया गया है. अवैध खनन का यह मामला वर्ष 2012-2016 के बीच हमीरपुर जिले में हुए अवैध खनन से संबंधित है. हाई कोर्ट द्वारा 28 जुलाई 2016 को दिये गए आदेश पर सीबीआई ने इस मामले को दर्ज किया था.
हमीरपुर के जिलाधिकारी सहित जिले के जियोलॉजिस्ट, माइनिंग ऑफिसर, क्लर्क, लीज होल्डर और प्राइवेट और अज्ञात लोगों के खिलाफ 120 बी, 379, 384, 420, 511। प्रिवेंशन ऑफ करप्शन की धारा 13(1), (d)के तहत केस दर्ज हुआ था. एफआईआर में यह आरोप लगाया गया कि सरकारी कर्मचारियों ने ही हमीरपुर में खनिजों का अवैध खनन होने दिया.
इस आपराधिक साजिश में सरकारी कर्मचारियों ने निविदा प्रक्रिया का पालन किए बिना ही अवैध रूप से नए पट्टे और पूर्व से जारी किए. पट्टे का रिन्यूअल भी उच्च स्तर की अनुमति के बिना किया गया. कई आरोपियों को अवैध रूप से खनन को अनुमति दी गई. खनिजों की चोरी और धन उगाही की अनुमति दी गई.
इन आरोपों के आधार पर ही इस मामले में सीबीआई ने जनवरी 2019 को यूपी में 12 जगहों पर छापे मारकर काफी कैश और गोल्ड बरामद किया. अब इस मामले में गवाह के तौर पर सीबीआई ने सीआरपीसी 160 के तहत अखिलेश को बुलाया है.
अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक यूपी के सीएम थे और वह वर्ष 2012 से 2013 तक राज्य के खनन मंत्री भी थे. सीबीआई के सूत्रों के अनुसार अखिलेश यादव के पास जब खनन विभाग का दायित्व था तब ही हमीरपुर में अवैध खनन शुरू हुआ था. इसलिए ही उन्हे गवाह के तौर पर पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
राज्यसभा चुनाव में अखिलेश को लगा झटका
फिलहाल अखिलेश यादव को भेजे गए सीबीआई के समन से यूपी में राजनीतिक माहौल गरमा गया है. कहा जा रहा है कि जिस तरफ से केंद्र सरकार के इशारे पर विपक्ष के नेताओं को सीबीआई और ईडी की जांच के घेरे में लिया जा रहा है. उसी तर्ज पर अब यूपी में अखिलेश यादव को भी सीबीआई का समन भेजा गया है.
सपा नेताओं का कहना है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, झारखंड के पूर्व सीएम और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बिहार में लालू प्रसाद यादव के परिवार को सीबीआई और ईडी के अधिकारी लगातार पूछताछ के लिए बुलाकर उन्हे परेशान करने में जुटे हैं.
इसी तरह से अब यूपी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले अखिलेश यादव को भी चुप करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल किया जाने लगा है, लेकिन अखिलेश यादव इस मामले में झुकेगे नहीं. वह सीबीआई के सवालों का जवाब देने के लिए दिल्ली जाएंगे.