उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने शनिवार को गठबंधन को लेकर नकारात्मक बातें कहीं। बीते कुछ दिनों से लगातार बीजेपी नेतृत्व के खिलाफ बोल रहे राजभर ने अपनी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष के स्थापना दिवस के मौके पर कहा कि वह गुलाम बनकर नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पास अब दो ही रास्ते बचे हैं। उनके अनुसार अब वे गरीबों के हित के लड़ाई लड़ने का रास्ता चुन चुन चुके हैं। अब वे कतई गुलामी नहीं करेंगे। ओमप्रकाश राजभर ने यह भी चेतावनी दी कि वह जल्द ही इस सरकार के सभी पदों से इस्तीफा दे देंगे।
असल में अपनी पार्टी के 16वें स्थापना दिवस पर पार्टी ने लखनऊ में एक रैली का आयोजन किया था, जिसकी थीम लाइन ही गुलामी-छोड़ो समाज-जोड़ो था। इसके बाद उन्होंने अपने संबोधन के दौरान मोदी-योगी पर निशाना साधा।
उल्लेखनीय है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ऐसा कहने वाले पहले नेता नहीं हैं। इससे पहले आंध्र प्रदेश की प्रमुख पार्टी तेलगू देशम पार्टी ने बीजेपी ऐसे ही आरोप लगाते हुए गठबंधन तोड़ा था, इसके बाद जम्मू कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने बीजेपी से रिश्ता तोड़ा था।
लेकिन अब नेता मुखर होकर बीजेपी सीधा हमला बोल रहे हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय प्रगतिशील गठबंधन (एनडीए) में सुहेलदेव पार्टी सबसे प्रमुख घटक दल था। लेकिन अब इसके नेता ने बीजेपी से नाता तोड़ने का मन बना लिया है।
रैली में ओमप्रकाश राजभर ने कहा, हमारा लक्ष्य सत्ता में बने रहना नहीं था। मैं सत्ता में केवल गरीबी खिलाफ लड़ाई के लिए आया था। लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं करने दे रही है। क्या बीजेपी का गुलाम बनकर रहूं? नहीं। मैं आज इस्तीफा देकर रहूंगा।
योगी आदित्यनाथ को छह महीने के लिए बदलने की उठाई मांग
देश में आरक्षण को लेकर कई बार मामले उठते रहे हैं। अब यही मांग यूपी में उठने लगा है। ओपी राजभर ने कहा, बीजेपी आरक्ष का वायदा कर के जनता को नहीं दिया। उन्होंने साथ में यह भी कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलने की जरूरत है।