मथुरा: नाले का पानी पीने से 13 भैंसों की मौत पर मचा हड़कंप, प्रशासन बोला-आरोपी कारखाना मालिकों के खिलाफ होगी कार्रवाई
By आजाद खान | Published: June 5, 2022 11:02 AM2022-06-05T11:02:37+5:302022-06-05T11:08:27+5:30
मामले में बोलते हुए उप जिलाधिकारी कमलेश गोयल ने कहा है कि यदि जहरीले पानी पीने से भैंसों की मौत हुई है तो ऐसे में संबंधित कारखाना मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ:उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) में नाले का पानी पीने से कथित तौर पर एक दर्जन से अधिक भैंसों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह मामला जिले के कोसीकलां औद्योगिक क्षेत्र का है। यहां पर शनिवार को भैंसों के मरने की खबर मिलने के बाद तहसील की टीम मौके पर पहुंची थी और इसके बाद सारे जानवरों के लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रशासन इन भैंसों के मौत के कारण को पता लगाने की कोशिश कर रही है और इसके लिए नाले की पाने के नमूने को जांच के लिए भेजा गया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के मथुरा के कोसीकलां औद्योगिक क्षेत्र में 13 भैंसों की मरने की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि कथित तौर पर नाले की पानी पीने से इन भैंसों की जान चली गई है। उप जिलाधिकारी कमलेश गोयल ने इस घटना की पुष्टी करते हुए इसके जांच के आदेश दिए है।
उन्होंने बताया कि राजस्थान के भरतपुर जिले के बयाना क्षेत्र से मथुरा में चारे-पानी के लिए अपनी भैंसों को लाने वाले पशुपालकों की एक दर्जन से अधिक भैंसे कोसीकलां औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषित पानी पीकर मौके पर ही मर गईं। घटना की खबर मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंची और जानवरों की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए मथुरा के दीनदयाल पशु चिकित्सा विज्ञान विवि को भेजा है।
Around 13 buffaloes died allegedly after drinking water from a drain in Kosikalan industrial area of Mathura: Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) June 4, 2022
आरोपिओं के खिलाफ होगी कार्रवाई
मामले में बोलते हुए प्रशासन ने कहा है कि भैंसों के मौत के कारण की जांच हो रही है और सबूत मिलने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। इस दौरान क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम ने नाले के पानी के नमूने को लिया है और उसे जांच के लिए भेजा है। इस पर बोलते हुए उप जिलाधिकारी कमलेश गोयल ने कहा है कि यदि जहरीले पानी पीने से भैंसों की मौत हुई है तो ऐसे में संबंधित कारखाना मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।