UP Lok Sabha Elections 2024: तीसरे चरण की 10 सीटों पर 7 मई को वोटिंग, पीएम मोदी-सीएम योगी और अखिलेश यादव की परीक्षा, मुलायम की विरासत पर बीजेपी की नजर

By राजेंद्र कुमार | Updated: May 1, 2024 19:00 IST2024-05-01T18:59:07+5:302024-05-01T19:00:37+5:30

UP Lok Sabha Elections 2024: बीते लोकसभा चुनावों में इस तीसरे चरण की 10 में से आठ सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जीती थी और दो सीट मैनपुरी तथा सँभल पर सपा को जीत हासिल हुई थी.

UP Lok Sabha Elections 2024 Voting 10 seats third phase May 7 test PM Modi-CM Yogi and Akhilesh Yadav BJP keeping eye Mulayam yadav legacy | UP Lok Sabha Elections 2024: तीसरे चरण की 10 सीटों पर 7 मई को वोटिंग, पीएम मोदी-सीएम योगी और अखिलेश यादव की परीक्षा, मुलायम की विरासत पर बीजेपी की नजर

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Highlightsइस चरण की सीटों पर चुनावी समीकरण थोड़े जुदा हैं.स्व. मुलायम सिंह यादव के परिवार से तीन सदस्य इसी चरण की सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं.स्व.कल्याण सिंह के सांसद पुत्र राजवीर सिंह भी एटा सीट से चुनाव मैदान में हैं.

UP Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश में दो चरण के मतदान के बाद तीसरे चरण की 10 सीटों पर अब चुनावी रंग शबाब पर पहुंच गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव इस चरण की सीटों पर अपने-अपने दल का परचम फहराने के लिए भीषण गर्मी में चुनाव प्रचार करने में जुटे हैं. बीते लोकसभा चुनावों में इस तीसरे चरण की 10 में से आठ सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जीती थी और दो सीट मैनपुरी तथा सँभल पर सपा को जीत हासिल हुई थी.

इस बार इस चरण की सीटों पर चुनावी समीकरण थोड़े जुदा हैं. सैफई परिवार यानी स्व. मुलायम सिंह यादव के परिवार से तीन सदस्य इसी चरण की सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं. तो दूसरी तरफ मोदी- योगी सरकार के चार मंत्री और यूपी के रहे स्व.कल्याण सिंह के सांसद पुत्र राजवीर सिंह भी एटा सीट से चुनाव मैदान में हैं. इन वजहों के चलते यह कहा जा रहा है कि यह तीसरे चरण मोदी -योगी और अखिलेश यादव के दमखम की परीक्षा का चरण है. इस चरण में मिली लीड चुनाव के आगे का रास्ता भी तय करेंगी.

मोदी- योगी सरकार के मंत्री चुनाव मैदान में

यूपी में तीसरे चरण की दस 10 सीटें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली यूपी के ब्रज और रुहेलखंड क्षेत्र में आती हैं. आगामी 7 मई को इन सीटों पर मतदान होना है. इन सीटों को हासिल करने के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने आगरा सीट पर केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल और फ़तेहपुर सीकरी सीट पर यूपी की महिला कल्याण, बाल विकास और पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य लड़ रही हैं. इसी प्रकार मैनपुरी सीट पर योगी के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह मैदान में हैं.

उनका मुक़ाबला सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव से हो रहा है. मैनपुरी सीट पर वर्ष 1996 से सपा का कब्जा है. हाथरस सीट से योगी सरकार के राजस्व राज्य मंत्री अनूप वाल्मीकि चुनाव लड़ रहे हैं. सपा के जसवीर वाल्मीकि और बहुजन समाज पार्टी (बसपा)  हेमबाबू धनगर उनके सामने हैं.

इस चरण में एक रोचक बात यह भी देखने को मिल रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र और योगी सरकार में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह पर एटा सीट जिताने का जिम्मा हैं. एटा सीट पर संदीप सिंह के पिता राजवीर सिंह चुनाव मैदान में हैं.

राजवीर सिंह के सामने एटा सीट पर  हैट्रिक लगाने की चुनौती है तो दूसरी तरफ उनके पुत्र होने के नाते संदीप सिंह की प्रतिष्ठा भी पिता के चुनाव से जुड़ी है. फिलहाल इस सीटों पर सपा से भाजपा नेताओं को कड़ी चुनौती मिल रही हैं. 

सैफई परिवार को जीतने की चुनौती

इस चरण में सैफई परिवार यानी स्व. मुलायम सिंह यादव के परिवार से तीन सदस्य चुनाव मैदान में हैं. मैनपुरी सीट से डिंपल यादव, फिरोजाबाद सीट से प्रोफेसर रामगोपाल के पुत्र अक्षय यादव और बदायूं सीट से शिवपाल सिंह यादव के पुत्र आदित्य यादव चुनाव लड़ रहे हैं. डिंपल यादव मैनपुरी सीट से सांसद हैं, जबकि अक्षय यादव बीते लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद सीट से चुनाव हार गए थे.

बदायूं सीट से आदित्य यादव पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. यह कहा जा सकता है कि इस सीट से सपा उनकी सियासत के मैदान में लॉन्चिंग कर रही है. कुल मिलाकर सैफई कुनबे की सबसे बड़ी परीक्षा इस चरण में होने जा रही है. इस परीक्षा में खरा साबित होने के लिए अखिलेश यादव, प्रोफेसर रामगोपाल यादव और शिवपाल सिंह जी-जान से सियासी समीकरणों को साधने में जुटे हैं.

वही दूसरी तरफ भाजपा भी अखिलेश यादव मे मंसूबों को नाकाम करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. भाजपा नेता मुलायम सिंह की विरासत पर कब्जा करने की सियासत में जुटे हैं, लेकिन भाजपा के नेता मुलायम सिंह यादव द्वारा तैयार किए गए यादव लैंड में सेंध लगाने में सफल नहीं हो रहे हैं.

यहीं नहीं मुस्लिम बहुल संभल सीट पर भी भाजपा को कड़ी चुनौती मिल रही हैं. इस सीट से सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन होने के चलते सपा ने उनके पोते और कुंदरकी से विधायक जियाउर्रहमान बर्क को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर सपा और भाजपा के बीच मुकाबला हो रहा है.

तीसरे चरण में 46 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति

इस तीसरे चरण में भाजपा, सपा, बसपा के सारे प्रत्याशी करोड़पति हैं. तीसरे चरण की 10 सीटों पर 100 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. राजनीतिक दलों ने महज आठ महिलाओं को ही टिकट दिया है. चुनाव आयोग के अनुसार इस चरण में 46 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति हैं. इनमें भाजपा के 10 और सपा व बसपा के नौ-नौ प्रत्याशी शामिल हैं.

इनकी औसत संपत्ति 6.94 करोड़ रुपये है. सर्वाधिक संपत्ति वाले सपा प्रत्याशी बरेली के प्रवीन सिंह ऐरन हैं.  उनके पास 182 करोड़ रुपये की संपत्ति है. जबकि फिरोजाबाद के सपा प्रत्याशी अक्षय यादव 136 करोड़ रुपये के मालिक हैं. अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के पास 42 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इस चरण में 25 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें भाजपा और बसपा के चार-चार, सपा के पांच प्रत्याशी हैं. 12 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और दो ने खुद को निरक्षर बताया है. 

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