नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को तीसरी बार सत्ता में आने में मदद करने वाले 'खेला होबे' की धुन को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में भी इस्तेमाल किया है.
कल रात अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर समाजवादी पार्टी ने 'खदेड़ा होइबे' गाने को जारी किया. इसमें योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को घेरने वाले महंगाई, बेरोजगारी, ताजाशाही, अत्याचार जैसे मुद्दों को उठाया गया है.
अवधी और भोजपुरी में मिलेजुले इस गाने को मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल किया गया है. 'खदेड़ा होइबे' का मतलब है कि किसी को भगाना.
अखिलेश यादव पिछले एक महीने से अपनी रैलियों में इस नारे का इस्तेमाल कर रहे हैं और जनता की प्रतिक्रियाओं को देखते हुए पार्टी ने इसे गाने के रूप में इस्तेमाल करने की योजना तैयार की.
दो महीने पहले भाजपा भी इस तरह की रणनीति अपना चुकी है. भाजपा के गाने को पार्टी के अपने गायक-अभिनेता-नेता निरहुआ ने गाया था और यह भाजपा का एंथम बन गया और योगी आदित्यनाथ की हर रैली से पहले इसका इस्तेमाल हो रहा है.
भाजपा ने अपने गाने में मोदी जी की अगुवाई में योगी के दोबारा आने और भ्रष्ट, लुटरों, चोर माफियाओं और दंगाइयों की सफाई करने और परिवारवाद-जातिवाद की राजनीति को निशाना बनाया गया था.
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में अगले साल फरवरी-मार्च में होने की संभावना है और 403 विधानसभा सीटों वाले प्रदेश में सरकार बनाने के लिए 202 सीटें चाहिए. 2017 के चुनाव में भाजपा 312 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी.