नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि वह उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में एक प्रत्याशी के रूप में सामने आ सकती हैं लेकिन उन्हें पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में नहीं देखना चाहिए।
समाचार चैनल एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ने पर विचार चल रहा है और पार्टी के अंदर इस पर चर्चा भी हो रही है। साल 2019 से उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि जब भी इस पर कोई आम सहमति बन जाएगी तब हम आपको बता देंगे।
इससे पहले शुक्रवार को ही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए ‘भर्ती विधान: युवा घोषणापत्र’ जारी करते हुए प्रियंका ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘क्या आपको कोई दूसरा चेहरा नजर आ रहा है?’’ दिख तो रहा है ना मेरा चेहरा।
हालांकि, प्रियंका ने एनडीटीवी को बताया कि उनका बयान मजाकिया लहजे में था क्योंकि हर दूसरा सवाल इसी को लेकर किया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि मैं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू और सीएलपी नेता आराधना मिश्रा यूपी में प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, हम किसी एक चेहरे की आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं करने जा रहे हैं। मैं पार्टी की उत्तर प्रदेश के लिए महासचिव हूं और मेरी जिम्मेदारी है और मैं इसे संभाल रही हूं।
इससे पहले कल प्रियंका गांधी ने यह भी कहा था कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठन के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन की परिस्थिति पैदा होने पर उनकी पार्टी इस पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी किसी गठबंधन सरकार में कांग्रेस शामिल होगी तो उसकी एक शर्त युवाओं और महिलाओं से जुड़े अपने एजेंडे को लागू कराने की होगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सात चरणों में होगा। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को और सातवें एवं अंतिम चरण का मतदान सात मार्च को होगा। मतगणना 10 मार्च को होगी।