लखनऊ:उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत राज्य के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों के लिये दोपहर 1 बजे तक 35 फीसदी से अधिक मतदान हो चुका था।
निर्वाचन आयोग कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान कार्य कोविड प्रोटोकॉल के तहत सुबह सात बजे शुरू हो गया जो शाम छह बजे तक चलेगा और दोपहर 1 बजे तक औसतन 35.03 प्रतिशत वोट पड़े।
जानकारी के मुताबिक, दोपहर 1 बजे तक आगरा में औसतन 36.93 प्रतिशत, अलीगढ़ में 32.07, बागपत में 38.01, बुलंदशहर में 37.03, गौतम बुद्ध नगर में 30.53, गाजियाबाद में 33.40, हापुड़ में 39.97, मथुरा में 36.36, मेरठ में 34.51, मुजफ्फरनगर में 35.73 तथा शामली में 41.16 प्रतिशत मतदान हुआ है।
शुरू में कुछ स्थानों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतें मिलीं जिन्हें कुछ समय बाद दूर कर लिया गया। पहले चरण में शामली, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा तथा आगरा जिलों में मतदान हो रहा है।
पहले चरण का चुनाव जाट बहुल क्षेत्र में हो रहा है। इस चरण में प्रदेश सरकार के मंत्रियों श्रीकांत शर्मा, सुरेश राणा, संदीप सिंह, कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग और चौधरी लक्ष्मी नारायण समेत कुल 623 उम्मीदवारों के सियासी भाग्य का फैसला होगा। इनमें 73 महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिये व्यापक इंतजाम एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। कोविड-19 के मद्देनजर मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, सेनिटाइजर, दस्ताने, मास्क, साबुन, पानी आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि पहले चरण में होने वाले मतदान में 2.28 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इनमें 1.24 करोड़ पुरूष, 1.04 करोड़ महिला तथा 1448 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं।
शुक्ला ने बताया कि पहले चरण के चुनाव के लिये कुल 10,853 मतदान केन्द्र और 26027 मतदेय स्थल बनाये गये हैं। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए 48 सामान्य प्रेक्षक, आठ पुलिस प्रेक्षक तथा 19 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं।
इसके अतिरिक्त 2,175 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 284 जोनल मजिस्ट्रेट, 368 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2718 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये हैं। उन्होंने बताया कि मतदाता पहचान पत्र नहीं होने पर आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस समेत 12 विकल्पों का इस्तेमाल कर वोट डाला जा सकेगा।
वर्ष 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहले चरण की 58 में से 53 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को दो-दो सीटें मिली थी। इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल का भी एक प्रत्याशी जीता था।