नई दिल्ली: उमेश पाल हत्याकांड में वांछित खूंखार गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को झांसी में मुठभेड़ में मार गिराया, इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक महीने पुराना बयान 'मिट्टी में मिला देंगे' एक बार फिर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है।
दरअसल, 25 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथउत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र को संबोधित कर रहे थे, और उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) नेता अखिलेश यादव के साथ आमने-सामने होने के दौरान, उन्होंने कहा था कि माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने यादव पर उंगली उठाते हुए कहा था, "क्या यह सच नहीं है कि अतीक अहमद, जिस पर पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है, समाजवादी पार्टी द्वारा पोषित माफिया का हिस्सा है, और उसकी कमर तोड़ने का काम हमारी सरकार ने किया है, इसी हाऊस में कह रहा हूं इसी माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।
अतीक अहमद के बेटे असद के साथ उमेश पाल हत्याकांड का सह आरोपी गुलाम भी मुठभेड़ में मारा गया। इस बीच, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर झांसी में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के बेटे और उसके सहयोगी की हत्या के लिए "फर्जी मुठभेड़" करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल राज्य में व्याप्त वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है।
यादव ने कहा कि भाजपा सरकार को अदालतों पर विश्वास नहीं है और वह कानून को अपने हाथ में ले रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों के लिए यह तय करना सही नहीं है कि कौन सही या गलत है और यह तय करें कि किसे जीना चाहिए या मरना चाहिए। वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए इसकी जाँच की मांग की है।