उन्नाव बलात्कार पीड़िता को निमोनिया, वकील वेंटिलेटर से हटाये गये पर खतरे से बाहर नहीं
By भाषा | Published: August 3, 2019 08:25 PM2019-08-03T20:25:38+5:302020-03-13T11:17:45+5:30
पीड़िता के गले में छोटा सा छेद करके (ट्रैकियोस्टोमी) ट्यूब द्वारा आक्सीजन दी जा रही है, उसे अभी तक होश नहीं आया है और डाक्टरों की टीम 24 घंटे उसकी निगरानी कर रही है।’
सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल उन्नाव बलात्कार पीड़िता और उसके वकील की हालत शनिवार को सातवें दिन भी गंभीर बनी हुई है । पीड़िता को निमोनिया हो गया है और वह वेंटिलेटर पर है जबकि वकील को वेंटिलेटर से तो हटा लिया गया है लेकिन उसकी हालत अब भी गंभीर है ।
किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर के प्रभारी डॉ संदीप तिवारी ने शनिवार को बताया, ‘‘पीड़िता अब भी वेंटिलेटर पर है। उसे निमोनिया हो गया है जिससे उसको बुखार आ रहा है । उसे ब्लडप्रेशर नियमित करने की दवा भी दी जा रही है ।
पीड़िता के गले में छोटा सा छेद करके (ट्रैकियोस्टोमी) ट्यूब द्वारा आक्सीजन दी जा रही है, उसे अभी तक होश नहीं आया है और डाक्टरों की टीम 24 घंटे उसकी निगरानी कर रही है।’’ उन्होंने बताया कि घायल वकील महेंद्र सिंह को वेंटिलेटर से तो हटा दिया गया है लेकिन उसकी हालत गंभीर है। उसके सिर में चोट लगी है और उसे भी गले में छोटा सा छेद करके (ट्रैकियोस्टोमी) ट्यूब द्वारा आक्सीजन दी जा रही है ।
उन्होंने कहा कि जब कोई भी मरीज चार दिन से ज्यादा वेंटिलेटर पर रहता है तो उसे आक्सीजन देने के लिये ट्रैकियोस्टोमी विधि का इस्तेमाल किया जाता है इससे पर्याप्त आक्सीजन भी मरीज को मिलती रहती है और फेंफडों आदि की सफाई करने में भी आसानी होती है ।
डॉ तिवारी ने कहा,‘‘कॉलेज के चिकित्सकों का दल पीड़िता और उसके वकील का इलाज करने में पूरी तरह से समर्थ है और केजीएमयू के सबसे अच्छे डाक्टरों की टीम दोनों का इलाज कर रही है ।’’ उन्होंने कहा कि रोगियों के परिजन की भी यही इच्छा है कि इन दोनों का इलाज लखनऊ में ही कराया जायें ।