उन्नाव रेप पीड़ित के साथ सड़क हादसे के बाद अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे परिवार ने आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की है। पीड़ित लड़की के परिजन लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ट्रॉमा सेंटर के बाहर धरने पर बैठे हैं। पीड़ित परिवार ने बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर को सजा दिलाने के साथ-साथ पीड़िता के चाचा महेश सिंह के भी जल्द रिहाई की मांग रखी है।
परिवार ने साथ ही रविवार को दुर्घटना में मारी गई पीड़ित लड़की की चाची का अंतिम संस्कार करने से भी इनकार कर दिया है। परिवार की मांग है कि जब तक पीड़ित लड़की के चाचा महेश सिंह को पैरोल पर नहीं छोड़ा नहीं जाता वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। महेश सिंह रायबरेली की जेल में बंद हैं।
बता दें कि रविवार को जब उन्नाव रेप पीड़िता अपने दो महिला रिश्तेदारों और वकील के साथ रायबरेली जा रही थी, उसी दौरान सामने से एक ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। इस घटना में वकील और पीड़ित लड़की भी बुरी तरह घायल हो गये और वे अस्पताल में मौत और जिंदगी के बीच जंग लड़ रहे हैं। परिवार ने इस दुर्घटना को साजिश बताते हुए मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की है। पीड़ित लड़की की मां ने कहा है कि केस वापस लेने के लिए विधायक की ओर से उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था।
यूपी सरकार ने की सीबीआई जांच की सिफारिश
उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली पीड़िता की रायबरेली में हुई सड़क दुर्घटना की जांच सीबीआई को सौंपेने की सोमवार देर रात सिफारिश कर दी। प्रधान गृह सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने रायबरेली जिले के गुरबख्शगंज थाना में आईपीसी की धारा 302,307, 506,120 के तहत दर्ज अपराध संख्या 305/2019 की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है। इस बारे में एक औपचारिक अनुरोध भारत सरकार को भेजा गया है।