केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मांग का समर्थन करते हुए कहा, "राज ठाकरे अयोध्या यात्रा से पहले उत्तर भारतीयों से मांगे माफी"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 17, 2022 03:26 PM2022-05-17T15:26:14+5:302022-05-17T15:30:26+5:30
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने राज ठाकरे की अयोध्या यात्रा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि महाराष्ट्र नवनिमार्ण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे अयोध्या दौरे से पहले उन उत्तर भारतीयों से मांफी मांगे, जिन्हें मनसे कार्यकर्ता मुंबई में प्रताड़ित किया है।
मुंबई: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने यूपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि महाराष्ट्र नवनिमार्ण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे अयोध्या दौरे से पहले उत्तर भारतीयों से मांफी मांगे, जिन्हें मनसे कार्यकर्ता मुंबई में प्रताड़ित करते हैं।
मनसे प्रमुख ने महाराष्ट्र में हिंदुत्व की राजनीति को अलग धार देते हुए ऐलान किया था कि वो आगामी 5 जून को रामलला का दर्शन करने के लिए अयोध्या जाएंगे। सत्ताधारी शिवसेना को मात देने के लिए राज ठाकरे इन दिनों महाराष्ट्र में बेहद आक्रामाक राजनीति कर रहे हैं, जिसके कारण सूबे कि सियासत में अच्छा-खासा बवाल मचा हुआ है।
राज ठकरे की अयोध्या यात्रा पर टिप्पणी करने के साथ ही आरपीआई (ए) नेता रामदास अठावले ने केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे की उस मांग का समर्थन किया, जिसमें भाजपा नेता दानवे ने कहा था कि महाराष्ट्र को एक ब्राह्मण मुख्यमंत्री की जरूरत है।
केंद्रीय मंत्री अठालवे ने कहा कि वो भाजपा नेता रावसाहेब दानवे की इस मांग से सहमत हैं कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री किसी ब्राह्मण को बनना चाहिए।
उन्होंने कहा, "अगर महाराष्ट्र को "ब्राह्मण मुख्यमंत्री" मिलता है तो उन्हें कोई एतराज नहीं है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री अठावले ने केंद्रीय मंत्री दानवे की उस बात से भी सहमति जताई कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन करके भारी भूल की है।
इसके साथ ही अठावले ने कहा कि साल 2024 में आरपीआई (ए) भाजपा के साथ गठबंधन करके महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ेगी और चुनाव जीतकर महाराष्ट्र में एनडीए की सरकार बनाएंगे।
वहीं अगर राज ठाकरे की प्रस्तावित 5 जून की अयोध्या यात्रा की बात करें तो यूपी से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने इस मामले में राज ठाकरे को पहले से चेतावनी दे रखी है कि वो जब तक उत्तर भारतीयों को "अपमानित" करने के लिए सार्वजनिक माफी नहीं मांगेंगे तब तक उन्हें उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
मालूम हो कि मनसे ने साल 2008 में 'मराठी मानुस' की बाच उठाते हुए मुंबई में एक आंदोलन शुरू किया था, जिसमें मनसे कार्यकर्ताओं ने रेलवे की परीक्षा देने आये उत्तर भारतीयों पर हमले किये थे और उन्हें वापस खदेड़ दिया था। वहीं बीते महीने भी राज ठाकरे मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवाने की अपनी ने मांग को लेकर भी महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ काफी आक्रामक हो गये थे। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)