Ram Vilas Paswan Passes away: केंद्रीय मंत्री और लोजपा नेता रामविलास पासवान का आज गुरुवार की शाम निधन हो गया। वह 74 साल के थे। उनके बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक रामविलास पासवान(Ram Vilas Paswan) पिछले कई दिनों से अस्पताल में अपना इलाज करा रहे थे। दिल्ली के एक अस्पताल में पासवान का इलाज चल रहा था। शनिवार की देर रात उनके दिल का ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन की जानकारी उनके बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट कर दी थी। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उनके बेटे चिराग पासवान ने एक ट्वीट कर पिता के निधन की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ''पापा....अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं। Miss you Papa.''पासवान, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में उपभोक्ता मामलों तथा खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
भारतीय राजनीति के पुरोधा थे पासवान
रामविलास पासवान भारतीय दलित राजनीति के प्रमुख नेताओं में से एक थे। वे लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार में केन्द्रीय मंत्री भी थे। वे सोलहवीं लोकसभा में बिहार के हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे। रामविलास पासवान का 8 अक्टूबर 2020 को दिल्ली में निधन हो गया।
बिहार के खगरिया में हुआ था जन्म
पासवान बिहार के खगरिया जिले के शाहरबन्नी गाँव के एक अनुसूचित जाति परिवार में पैदा हुए थे। उन्होंने 1960 के दशक में राजकुमारी देवी से शादी की थी। उनकी पहली पत्नी राजकुमारी से उषा और आशा दो बेटियां हैं। 1 983 में उन्होंने अमृतसर में एक एयरहोस्टेस और पंजाबी हिन्दू रीना शर्मा से विवाह किया था। दूसरी पत्नी से उन्हें एक बेटा और बेटी है। उनके बेटे चिराग पासवान अभिनेता से कुशल राजनेता बने।
राजनीतिक जीवन
पासवान पिछले 32 वर्षों में 11 चुनाव लड़ चुके थे और उनमें से नौ में उन्हें जीत मिली थी। सत्रहवीं लोकसभा में उन्होंने मोदी सरकार में एक बार फिर से केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली थी। पासवान ने छः प्रधानमंत्रियों के साथ काम कर अनूठा रिकॉर्ड भी कायम किया।