1 फरवरी 2020 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करने जा रही हैं। इसके लिए हलवा सेरेमनी के बाद बजट से जुड़े डॉक्यूमेंट्स की छपाई का काम शुरू हो जाता है। सोमवार को हलवा सेरेमनी हो गई है। बजट के काम से जुड़े कर्मचारियों अधिकारियों सहित वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को हलवा खाते हुए देखा जा सकता है। बजट का इंतजार सभी वर्ग के लोगों को हर साल रहता है साथ ही हर वर्ग की सरकार से उम्मीदें भी रहती हैं।
मालूम हो कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होकर 11 फरवरी तक चलेगा। दूसरे चरण का सत्र 2 मार्च से शुरू होकर 3 अप्रैल तक चलेगा। बजट पेश करने से पहले इसके दस्तावेजों की प्रिंटिंग का काम शुरू होगा। यह काम हर साल की तरह इस बार भी हलवा सेरेमनी के साथ शुरू हुआ।
हलवा सेरेमनी के बाद वित्त मंत्री और कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को छोड़कर बाकी कर्मचारियों को वित्त मंत्रालय के ही ऑफिस में नजरबंद कर दिया जाता है।
ये सभी अधिकारी और कर्मचारी 1 फरवरी तक बाहर के किसी भी व्यक्ति से न मिल सकते हैं न ही फोन पर बात कर सकते हैं। यहां तक कि अपने परिवार के लोगों से भी बात नहीं कर सकते। सभी के फोन जमा करा लिए जाते हैं। किसी भी तरह की आवश्यक या इमरजेंसी की स्थिति में उन्हें वहीं के एक अधिकारी की निगरानी में बात कराया जाता है।
क्या है हलवा समारोह-
हलवा समारोह का आयोजन वित्त मंत्रालय की तरफ से एक रस्म के तौर पर किया जाता है। हलवा समारोह हर साल के बजट के डाक्यूमेंट की प्रिंटिंग से पहले मनाया जाता है। किसी की भी सरकार हो इस रस्म को सभी सरकार के कार्यकाल में मनाया जाता है।
वित्त मंत्रालय के ऑफिस में एक बड़ी कढ़ाई में हलवा बनाया जाता है फिर इस हलवे को बजट के काम में लगे कर्मचारियों को बांटा जाता है। भारतीय परंपरा के अनुसार कुछ भी नया काम शुरू करने से पहले मुंह मीठा करने की परंपरा रही है। यही वजह है कि बजट को प्रिंटिंग के लिए भेजने से पहले इस परंपरा को निभाया जाता है। साथ ही भारतीय परंपरा में हलवा शुभ माना जाता है।
बजट के डॉक्यूमेंट की छपाई वित्त मंत्रालय की ही प्रिंटिंग प्रेस में होती है। यह सीतारमण का दूसरा बजट है इससे पहले पहले वह मोदी सरकार कार्यकाल में ही गत 5 जुलाई 2019 को बजट पेश कर चुकी हैं।