मेक इन इंडिया के तहत वायु सेना करेगी दुनिया की सबसे बड़ी रक्षा डील, 114 लडाकू विमानों के लिए निकाला टेंडर
By भारती द्विवेदी | Published: April 7, 2018 12:28 AM2018-04-07T00:28:53+5:302018-04-07T00:28:53+5:30
सरकार की तरफ से टेंडर शुरू कर दिया गया है। वायुसेना ने दुनिया भर के एयरक्राफ्ट कंपनियों से मांगे आवेदन।
नई दिल्ली, 7 अप्रैल: मेक इन इंडिया के तहत वायु सेना दुनिया की सबसे बड़ी डिफेंस डील शुरू करने जा रही हैं। खबरों की माने तो भारत ने 6 अप्रैल को वैश्विक कंपनियों के साथ 114 लडाकू विमानों के बेड़े को खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ये डील लगभग एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की बताई जा रही है। सरकार की तरफ से टेंडर शुरू कर दिया गया है। वायुसेना ने दुनिया भर के एयरक्राफ्ट कंपनियों से मांगे आवेदन।
वायु सेना ने अरबों डॉलर के इस खरीद के लिए आरएफआई (सूचना के लिए अनुरोध) या शुरुआती निविदा जारी की है। अधिकारियों के मुताबिक, लडाकू विमानों को मेक इन इंडिया के तहत बनाया जाएगा। इन विमानों को बनाने में विदेशी कंपनी के साथ एक भारतीय कंपनी भी शामिल रहेगी। जिससे इस योजना के तहत भारतीय कंपनियों को विदेश से उच्च दर्जे की रक्षा तकनीक मिलने में आसानी होगी।
भारत सरकार की तरफ से निकाले गए इस टेंडर को हासिल करने के लिए लॉकहीड मार्टिन, बोइंग, साब और दसॉल्ट समेत कई एयरक्राफ्ट निर्माता कंपनियों के शामिल होने की उम्मीद है। वायुसेना पुराने हो चुके कुछ विमानों को बाहर करने के लिए अपने लड़ाकू विमान बेड़े की गिरती क्षमता का हवाला देते हुए विमानों की खरीद प्रक्रिया में तेजी लाने पर जोर दे रही है। सरकार ने डसॉल्ट एविएशन के साथ वायु सेना के लिए 126 मध्यम आकार के लडाकू विमानों की खरीद प्रक्रिया को पांच साल पहले रद्द कर दिया था। उसके बाद से लडाकू विमानों के लिए ये पहला बड़ा सौदा बताया जा रहा है।