उज्जैन: शहीद जवान संदीप यादव के पिता ने कहा- रोज एक जवान शहीद हो रहा है, आंतकवाद का स्थाई हल होना चाहिए

By बृजेश परमार | Published: June 14, 2019 08:19 PM2019-06-14T20:19:49+5:302019-06-14T20:20:54+5:30

शहीद संदीप यादव की पार्थिव देह का गृह ग्राम कुलाला में खेत पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद को श्रद्धांजलि देने उमड़े जनसैलाब ने पाकिस्तान मूर्दाबाद के नारे लगाए।

Ujjain: Father of martyr Sandeep Yadav asks for permanent solution to terrorism | उज्जैन: शहीद जवान संदीप यादव के पिता ने कहा- रोज एक जवान शहीद हो रहा है, आंतकवाद का स्थाई हल होना चाहिए

शहीद जवान संदीप यादव का शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा था।

मध्य प्रदेश के उज्जैन संभाग के देवास जिला के भौंरासा थाना अंतर्गत ग्राम कुलाला के शहीद जवान संदीप यादव का शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा था। गृह ग्राम कुलाला में शहीद जवान के खेत पर अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के पिता कांतीलाल यादव ने बताया कि संदीप 15 अपै्रल को एक महीने की छुट्टी पर गांव आया था। 15 मई को वापस गया था। उन्होंने बताया कि आंतकवाद पर कठोर कार्रवाई होना चाहिए। कितने जवान शहीद हो रहे है। रोज एक जवान शहीद हो रहा है। आंतकवाद का स्थाई हल होना चाहिए। हमें बेटे के शहीद होने की क्षति ही काफी है। हमें प्रशासन से कुछ नहीं चाहिए। 

अनंतनाग में बुधवार को हुए आंतकी हमले में शहीद हुए संदीप यादव की पार्थिव देह गुरूवार देर रात भोपाल पहुंची। जहां मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वीर जवान को श्रद्धाजंलि अर्पित की। जिसके बाद दूसरे दिन शुक्रवार को सेना की टुकड़ी शहीद संदीप यादव की पार्थिव देह लेकर निकले जो सोनकच्छ पहुंची। साथ ही सेना का बैंड भी था। अंतिम यात्रा सोनकच्छ के मुख्य मार्ग से होते हुए निकली। जहां लोगों ने नम आंखों से पुष्पवर्षा कर शहीद को श्रद्धांजलि दी।

भोपाल से भौंरासा के बीच रास्तें में लोग शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़े। बड़ी संख्या में युवक बाइक से भारत माता की जय और शहीद संदीप यादव अमर रहे के नारे लगाकर चल रहे थे। इस दौरान शहीद अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए ,आक्रोश से भरे युवा आतंकवाद के खिलाफ जमकर बरसे। जगह-जगह मंच लगाकर लोगों ने पुष्पवर्षा कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। सुबह करीब 10.20 मिनिट पर शहीद का पार्थिव शरीर भौंरासा पहुंचा। दोपहर करीब 12 बजे गृह ग्राम कुलाला पहुंचने के बाद अंतिम यात्रा निकली और दोपहर करीब एक बजे शहीद के पुत्र रोहित ने मुखाग्नि दी।

भौंरासा से लेकर शहीद के गृह ग्राम कुलाला तक पूरे गांव को दुल्हन की तरह सजाया गया था। हर कोई शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए नम आंखों से इंतजार करता नजर आया। सड़कों पर रांगोली बनाई गई और वहीं सड़क पर संदीप यादव अमर रहे के नारे लिखे हुए थे। गांव की सभी दुकानें बंद थी। जगह-जगह शहीद के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के मंच बनाए गए थे। पूरे गांव में देशभक्ति के गाने सुनाई दे रहे थे। गांव के बच्चे,युवा और बुर्जुर्गो की आंखे नम थी।

इधर जैसे ही संदीप का पार्थिव शरीर गृह ग्राम कुलाला पहुंचा तो पूरा गांव शौक में डूब गया। शहीद को पुष्पवर्षा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। भौंरासा से लेकर ग्राम कुलाला तक पुष्पवर्षा होती रही और संदीप यादव अमर रहे के नारे की गुंज हर तरफ सुनाई दे रही थी। शहीद संदीप यादव को अंतिम विदाई राजकीय सम्मान के साथ ग्राम कुलाला में दी गई। यहां जिले के प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी, लोक निर्माण मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, सांसद महेन्द्र सोलंकी, कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडेय, एसपी चंद्रशेखर सोलंकी, सीआरपीएफ के डीआईजी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। 

पत्नी के नहीं थम रहे आंसू

शहीद की पत्नी अपने बेटे के साथ अपने मायके सामगी में थी। शहीद संदीप यादव की पत्नी ज्योती जब से मायके से अपने ससुराल आई उसके आंसू थम नहीं रहे है। महिलाएं उसे ढांढस बंधा रही है। संदीप का विवाह वर्ष 2006 में सामगी में रहने वाली ज्योति से हुआ था। संदीप का एक 12 वर्षीय बेटा रोहित है। संदीप के परिवार में माता- पिता के अलावा बड़ा भाई सुभाष और बहन नीतू है। नीतू का विवाह ग्राम पोलाय में हुआ है।

Web Title: Ujjain: Father of martyr Sandeep Yadav asks for permanent solution to terrorism

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