उद्धव ठाकरे ने ओवैसी के साथ गठबंधन प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा, 'शिवसेना के हिंदुत्व एजेंडे को बदनाम करने के लिए यह भाजपा का गेम प्लान है'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 20, 2022 07:41 PM2022-03-20T19:41:28+5:302022-03-20T19:46:22+5:30
एआईएमआईएम द्वारा महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल होने के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरने ने कहा कि शिवसेना एक "हिंदुत्ववादी" पार्टी है और वो किसी भी कीमत पर एआईएमआईएम के गठबंधन नहीं कर सकती है।
मुंबई: शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि शिवसेना एक "हिंदुत्ववादी" पार्टी है और वो किसी भी कीमत पर एआईएमआईएम के गठबंधन नहीं कर सकती है। इसके साथ ही सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह विपक्षी भाजपा की साजिश है, जो शिवसेना को बदनाम करना चाहती है।
महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार का नेतृत्व करने वाले उद्धव ठाकरे ने पार्टी सांसदों और पदाधिकारियों की एक बैठक में यह बात करहते हुए हिंदुत्व और अन्य मुद्दों पर अपने पूर्व सहयोगी दल भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
ठाकरे ने कहा कि एआईएमआईएम के साथ गठबंधन की मांग किसने की है? यह बीजेपी का गेम प्लान और साजिश है। एआईएमआईएम और बीजेपी के बीच गुप्त समझौता है। शिवसेना के हिंदुत्व पर सवाल उठाने के लिए बीजेपी ने एआईएमआईएम का इस्तेमाल किया है।
मालूम हो कि बीते शनिवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद इम्तियाज जलील ने यह कहते हुए सियासी जगत में हलचल मचा दी कि उनकी पार्टी शिवसेना के नेतृत्व वाले एमवीए के साथ गठबंधन कर सकती है ताकि भाजपा को सत्ता में आने से रोका जा सके। जिस पर शिवसेना ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।
वहीं शिवसेना के विरोध से अलग रूख रखते हुए महा विकास अघाड़ी गठबंधन के अन्य सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस ने इस मामले में कहा था कि एआईएमआईएम को पहले यह साबित करना होगा कि वह "समान विचारधारा वाली" पार्टी है, न कि "बीजेपी की बी-टीम" है।
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकरे के आदेश पर शिवसेना 22 मार्च को महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों के 19 जिलों में 'शिव संपर्क मोहिम' कार्यक्रम शुरू करेगी ताकि भाजपा द्वारा फैलाये जा रहे भ्रम को दूर किया जा सके।
राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ने स्पष्ट कहा है कि शिवसेना कभी भी एआईएमआईएम से हाथ नहीं मिलाएगी। इसके साथ ही राउत ने यह भी कहा कि शिवसेना अध्यक्ष ने गंठबंधन की संभावनाओं को खारिज कहा कि उनकी पार्टी कभी भी औरंगजेब की कब्र के सामने झुकने वालों से जुड़ी नहीं थी और न ही कभी उनसे जुड़ेगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने शिवसेना नेताओं से उन लोगों को कड़ा जवाब देने को कहा है जो जो पार्टी के हिंदुत्व पर संदेह कर रहे हैं। राउत के इस बयान से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को ठाकरे सरकार के एआईएमआईएम द्वारा गठबंधन के प्रस्ताव पर चुटकी लेते हुए शिवसेना को "जनाब सेना" करार दिया।
देवेंद्र फडणवीस के इस चुटकी भरे तंज का जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना हमेशा मानती है कि हिंदुत्व राजनीति से ऊपर है। उन्होंने कहा, "क्या जनाब सेना? शिवसेना एक कट्टर हिंदुत्ववादी संगठन है। यह हिंदुत्ववादी था और रहेगा। शिवसेना का हिंदुत्व मिलावट नहीं है।"
पूर्व सीएम फडणवीस के तंज पर पटलवार करते हुए संजय राउत ने कहा कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में (2015 में) पाकिस्तान समर्थक और अलगाववादी पीडीपी के साथ सरकार बनाई थी। उन्होंने कहा कि वह एक 'क्रांतिकारी गठबंधन' (पीडीपी-बीजेपी के बीच) था, जिसने देश को एक नई 'दिशा' दी।
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हवाले से कहा, "अब हम लोगों को बताएंगे कि असली जनाब सेना कौन है।"