ट्रैक रिकॉर्ड केवल भ्रष्टाचार और स्वार्थ?, ठाकरे बंधुओं के बीच गठजोड़ पर बोले सीएम देवेन्द्र फडणवीस, अस्तित्व बचा रहे हैं...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 24, 2025 17:43 IST2025-12-24T17:04:50+5:302025-12-24T17:43:54+5:30
शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने आठ महीने से जारी अटकलों पर विराम लगाते हुए 15 जनवरी को होने वाले बीएमसी चुनाव के लिए गठबंधन की घोषणा की।

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मुंबईः महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस बुधवार को उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे के दलों के बीच हुए गठबंधन को ज्यादा तवज्जो न देते हुए कहा कि इससे कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा और वे खुद का राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए साथ आए हैं। शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने आठ महीने से जारी अटकलों पर विराम लगाते हुए 15 जनवरी को होने वाले बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव के लिए बुधवार को औपचारिक रूप से दोनों दलों के बीच गठबंधन की घोषणा की।
घोषणा होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा, “उनका ट्रैक रिकॉर्ड केवल भ्रष्टाचार और स्वार्थ का रहा है। उनका गठबंधन सिर्फ केवल अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए और इससे कोई महत्वपूर्ण राजनीतिक फर्क नहीं पड़ेगा। यदि कोई इसके विपरीत सोचता है, तो यह बचकानी सोच है। लोग इसके प्रभाव में नहीं आएंगे।”
उन्होंने कहा, “मुंबई हमारी सरकार के साथ मजबूती से खड़ी रहेगी। लोग महायुति सरकार के प्रदर्शन, उसके भविष्य के दृष्टिकोण और यह सुनिश्चित करने के प्रयास को देखेंगे कि मराठी लोगों को शहर में आवास मिले।” मुख्यमंत्री ने मुंबई में ठाकरे बंधुओं के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को लेकर जारी हलचल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह सब फिजूल है।
उन्होंने कहा, “टेलीविजन समाचार चैनल ऐसी खबरें दिखा रहे थे कि मानो यह रूस-यूक्रेन का गठबंधन हो।” फडणवीस ने कहा, “ठाकरे मराठी लोगों और मुंबई के अकेले प्रतिनिधि नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि उनके अहंकार की वजह से ही मुंबई के नागरिक उनसे दूर चले गए हैं।
फडणवीस ने शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा, “उद्धव ठाकरे को नगर निकाय पर 25 साल के कुशासन के बारे में जवाब देना होगा। पुराने पापों को मिटाया नहीं जा सकता। मैं जन्म से ही हिंदुत्ववादी हूं और इसी रूप में मरूंगा। मैं वह नहीं हूं, जो वोटों के लिए केसरिया चोला पहनकर राजनीतिक रुख बदलता है।”
उन्होंने कहा, “मुंबई और महाराष्ट्र के लोग हिंदुत्ववादी हैं, और जो लोग तुष्टिकरण में लिप्त रहते हैं और हिंदुत्व की विचारधारा से भटक गए हैं, उन्हें विधानसभा चुनावों में परिणाम भुगतना पड़ा। हमारा हिंदुत्व संकीर्ण नहीं है। यह भारतीय जीवन का तरीका है।” अविभाजित शिवसेना ने बीएमसी पर दो दशकों से अधिक समय तक शासन किया।
ठाकरे बंधु मुंबई का विकास नहीं, सत्ता चाहते हैं : एकनाथ शिंदे
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को आरोप लगाया कि ठाकरे बंधु केवल सत्ता के लिए एक साथ आए हैं और मुंबई के विकास के लिए उनके पास कोई योजना नहीं है। शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने 15 जनवरी को होने वाले बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनावों से पहले बुधवार को गठबंधन की घोषणा की।
प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के प्रमुख शिंदे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि चचेरे भाइयों की प्रेसवार्ता में विकास का कोई जिक्र नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘(शिवसेना के संस्थापक) बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा से भटकने वालों को पिछले साल के विधानसभा चुनाव और हाल ही में हुए नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में सबक सिखाया गया है।’’
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ बगावत करके जून 2022 में पार्टी को विभाजित करने वाले शिंदे ने कहा, ‘‘उनके पास विकास का कोई एजेंडा नहीं है, उनका लक्ष्य सिर्फ सत्ता हासिल करना है। इन लोगों ने मराठी भाषी लोगों को मुंबई से बाहर निकाल दिया। विधानसभा चुनाव और हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों ने दिखा दिया है कि कौन सी शिवसेना नकली है और कौन सी असली।’’ उन्होंने ठाकरे बंधुओं पर विकास परियोजनाओं को बाधित करने का भी आरोप लगाया।