भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कुल 60 सीटों में से 48 उम्मीदवारों के नाम की शनिवार घोषणा कर दी। भाजपा ने मुख्यमंत्री माणिक साहा को टाउन बोरदोवाली सीट से उम्मीदवार बनाया। जबकि भाजपा ने केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को धनपुर सीट से टिकट दिया है। वहीं शुक्रवार को भाजपा में शामिल हुए एमडी मोबोशर अली को कैलाशहर से तो राज्य भाजपा प्रमुख राजीव भट्टाचार्य को बनमालीपुर से उम्मीदवार बनाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा 12 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा जल्द करेगी।
भाजपा नेताओं अनिल बलूनी और संबित पात्रा ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजिक एक संवाददाता सम्मेलन में त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवारों की घोषणा की। भौमिक केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं। वह त्रिपुरा से सांसद हैं। 2018 के पिछले विधानसभा चुनाव में वामपंथ के गढ़ माने जाने वाले त्रिपुरा में भाजपा ने सरकार बनाई थी। उससे पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने त्रिपुरा में 25 साल तक शासन किया था।
भाजपा का शीर्ष नेतृत्व कांग्रेस के पूर्व नेता और त्रिपुरा के पूर्व शाही परिवार के वंशज प्रद्योत देब बर्मन के नेतृत्व वाली पार्टी तिपरा मोथा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन के लिए बातचीत कर रहे थे, लेकिन अब ऐसे किसी गठबंधन को खारिज कर दिया गया है। वहीं, माकपा इस बार राज्य का चुनाव कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ रही है।
त्रिपुरा की 60 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार अब 30 जनवरी तक नामांकन पत्र जमा कर सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 31 जनवरी को की जाएगी और उम्मीदवारों द्वारा नाम वापस लेने की अंतिम तिथि दो फरवरी है। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी (एसीईओ) सुभाषीश बंदोपाध्याय ने बताया कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 60 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान 16 फरवरी को होगा और मतगणना दो मार्च को की जाएगी।
कुल मिलाकर 28,13,478 मतदाता आगामी चुनाव में अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए पात्र हैं। अंतिम मतदाता सूची में रिकॉर्ड 65,044 नए मतदाताओं को शामिल किया गया है। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी 3,328 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी।
त्रिपुरा में कुल 3,328 मतदान केंद्रों में से 1,100 को ‘संवेदनशील’ की श्रेणी में रखा गया है। एक वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि 28 मतदान केंद्रों की पहचान 'सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण' के रूप में की गई है, जहां पिछले चुनाव के दौरान एक उम्मीदवार को 70 फीसदी से अधिक वोट मिले थे।