"तृणमूल तो सात महीनों से कांग्रेस से पूछ रही थी सीट बंटवारे के बारे में, वो हमेशा खामोश रही", अभिषेक बनर्जी ने फोड़ा कांग्रेस पर ठीकरा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 30, 2024 10:47 AM2024-01-30T10:47:10+5:302024-01-30T10:55:35+5:30
तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस और तृणमूल के बीच बंगाल में नहीं हुए सीट बंटवारे के लिए कांग्रेस को कसूरवार ठहराया है।
कोलकाता:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी ने बीते सोमवार को कांग्रेस और तृणमूल के बीच बंगाल में नहीं हुए सीट बंटवारे के लिए सीधे तौर पर कांग्रेस को कसूरवार ठहराया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा कि गठबंधन का मूल मानदंड ही यह है कि साझेदार दल जल्द से जल्द सीट-बंटवारे समझौते को अंतिम रूप दें लेकिन कांग्रेस पार्टी महीनों से इस मामले में अपने पैर खींच रही थी।
उन्होंने कहा, "जब आप किसी के साथ गठबंधन में होते हैं, तो सबसे पहले आप सीट-बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप देते हैं। हम उनसे जून से सीट-बंटवारे की व्यवस्था के बारे में पूछ रहे थे। सात महीने बीत गए और उन्होंने कुछ नहीं किया।"
बनर्जी ने आगे कहा, "इंडिया गठबंधन की दिल्ली में हुई पिछली बैठक में ममता बनर्जी ने सीट बंटवारे के लिए कांग्रेस को 31 दिसंबर की समय सीमा दी थी लेकिन दिसंबर क्या जनवरी के आखिरी सप्ताह में भी कांग्रेस की ओर से कुछ नहीं किया गया।''
उन्होंने कहा, "आम चुनाव संभवतः मार्च में हो सकते हैं और हमें पता नहीं है कि कौन सी सीटों पर चुनाव लड़ना है और कौन सी सीटें अपने साथी के लिए अलग रखनी हैं। इससे तो दोनों के लिए मुश्किल होती।"
इससे पहले तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव के लिए बंगाल में कांग्रेस के साथ गठबंधन से इनकार करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी क्योंकि तृणमूल अपने बल पर बीजेपी को हराने में काफी सक्षम है।
गौरतलब है कि सत्तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) ने भी कांग्रेस पर विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेतृत्व पर कब्जा करने का आरोप लगाया था।
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस इंडिया गठबंधन के नेतृत्व पर कब्जा करना चाहती थी। उन्होंने कहा, "इंडिया गठबंधन की 19 दिसंबर को हुई बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रधानमंत्री के रूप में प्रस्तावित करके कांग्रेस द्वारा नेतृत्व पर कब्जा करने की कोशिश हुई थी।"
वहीं सीट-बंटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच पैदा हो रहे मतभेद पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी कहा कि भारत जैसे देश के लिए एक आकार-सभी के लिए फिट फॉर्मूला नहीं हो सकता है, जिसकी राजनीतिक वास्तविकताएं अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा कि सीट व्यवस्था पर बातचीत राज्य-दर-राज्य के आधार पर अलग-अलग होगी।
उन्होंने कहा था, "यह उचित है कि सीट बंटवारे पर होने वाली बातचीत राज्य-दर-राज्य अलग-अलग हो। आपके पास राज्यों के लिए एक आकार-फिट-सभी फॉर्मूला नहीं हो सकता है। हमारा देश बहुत जटिल है और सभी राज्यों में अलग-अलग राजनीतिक वास्तविकताएं हैं।"