नई दिल्ली, 29 जुलाई: मोदी सरकार द्वारा आधार को अनिवार्य करने के बाद से ही देश में इस लेकर बहस छिड़ी हुई है। जहां कुछ लोग इसके फायदे बता रहे हैं, वहीं कुछ लोग इस प्राइवेसी का हनन मन रहे हैं। आधार को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला भी चल रहा है। प्राइवेसी हनन को लेकर आधार एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। दरअसल, भारतीय दूरसंचार नियामाक प्राधिकरण (ट्राई) प्रमुख आरएस शर्मा ने ट्विटर पर एक यूजर को सवाल का जवाब देते हुए 12 अंकों का अपना आधार नंबर शेयर किया था।
ट्राई प्रमुख ने चैलेंज करते हुए लिखा था- 'मेरा आधार नंबर 7621 7768 2740 है। अब मैं चुनौती देता हूं कि कोई भी मेरे आंकड़े को लीक करके दिखाए, जिससे मुझे किसी भी किस्म का नुकसान पहुंचाया जा सके।'
उनके चैलेंज देने के कुछ ही देर बाद उनकी निजी जानकारी सोशल मीडिया पर लीक हो गई। फ्रांस के सुरक्षा विशेषज्ञ इलियट एंडरसन ने ट्राई प्रमुख की पर्सनल आंकड़े आधार नंबर के जरिए निकाल लिया और एक के बाद एक कई ट्वीट करके सारी जानाकारी सार्वजनिक कर दिया।
इलियट एंडरसन ने इन आंकड़ों में ट्राई प्रमुख का एड्रेस, डेट ऑफ बर्थ पर्सनल फोन नंबर के अलावा बाकी डिटेल भी निकाले थे। एंडरसन ने जानकारी सार्वजनिक करते हुए लिखा- 'आधार नंबर सार्वजनिक करना कितना खतरनाक है, इसका अंदाज आपको लग गया होगा। यह बेहद असुरक्षित है। इसके जरिए लोग एड्रेस, फोन नंबर और डेट ऑफ बर्थ समेत बहुत कुछ जान सकते है। मैं यहीं रुकता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि आप समझ गए होंगे कि अपना आधार नंबर सार्वजनिक करना एक अच्छा विचार नहीं है।'
बता दें कि आरएस शर्मा आधार की अनिवार्यता के सपोर्टर हैं। उनका मानना है कि विशिष्ट संख्या किसी की निजता का उल्लंघन नहीं करता है तथा सरकार को इस तरह के डेटाबेस बनाने का अधिकार है।
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट