बच्चों से विदेश बसने को कह दिया है, यहां माहौल ठीक नहीं है: राजद नेता का बयान
By विनीत कुमार | Published: December 23, 2022 09:56 AM2022-12-23T09:56:16+5:302022-12-23T10:04:22+5:30
राजद के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्दकी का एक बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि वे अपने बच्चों से कह चुके हैं कि वे विदेश में बस जाएं और और संभव हो तो वहीं की नागरिकता भी ले लें।
नई दिल्ली: लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के एक वरिष्ठ नेता ने अपने बच्चों को विदेश में नौकरी तलाशने और वहीं बस जाने की सलाह दी है। राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दकी ने दरअसल ये बयान दिया है। देश में कथित तौर पर मुस्लिमों से भेदभाव की ओर इशारा करते हुए सिद्दकी ने ये टिप्पणी की। सिद्दकी राजद के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं।
सिद्दकी के बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में हंगामा भी शुरू हो गया है। भाजपा ने राजद नेता पर 'भारत-विरोधी' बयान देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
पिछले हफ्ते एक कार्यक्रम में सिद्दकी ने कहा, 'मैं देश के माहौल को उजागर करने के लिए एक व्यक्तिगत उदाहरण देना चाहता हूं। मेरा एक बेटा है जो हार्वर्ड में पढ़ रहा है और एक बेटी है जिसके पास लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से डिग्री है। मैंने उनसे कहा है कि वे विदेश में नौकरी तलाशें और हो सके तो वहां की नागरिकता ले लें।'
पूर्व मंत्री सिद्दीकी ने कहा, 'जब मेरे बच्चों ने मेरी बातों पर अविश्वास जताते हुए प्रतिक्रिया दी और यह कहा कि मैं अभी भी यहाँ रह रहा हूं तो मैंने उनसे कहा कि वे यहां नहीं रह सकंगे।'
राजद नेता की टिप्पणियों का उसके गठबंधन सहयोगी और नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने भी समर्थन किया है।
हालांकि राजद नेता ने अपने बयान में मुसलमानों या भाजपा सरकार का सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया, लेकिन भाजपा की बिहार इकाई ने उनकी टिप्पणी की आलोचना की है।
भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, 'सिद्दीकी की टिप्पणी भारत विरोधी है। अगर वह इतना दबा हुआ महसूस कर रहे हैं, तो उन्हें एक राजनीतिक नेता के रूप में यहां मिलने वाले विशेषाधिकारों को छोड़ देना चाहिए और पाकिस्तान चले जाना चाहिए। कोई भी उन्हें रोक नहीं पाएगा।'
भाजपा नेता ने कहा, 'सिद्दीकी राजद प्रमुख लालू प्रसाद के करीबी सहयोगी हैं और उनकी बातें उनकी पार्टी की मुस्लिम तुष्टिकरण की संस्कृति को दर्शाती हैं।'