'रामायण' और 'महाभारत' की दूरदर्शन पर हुई वापसी
जनता की मांग पर दूरदर्शन शनिवार से पौराणिक धारावाहिकों “रामायण” और ‘‘महाभारत’’ का एक बार फिर प्रसारण करेगा। “रामायण” का प्रसारण डीडी नेशनल पर होगा जबकि ‘‘महाभारत’’ का प्रसारण डीडी भारती पर होगा। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने 21 दिन के देशव्यापी बंद के दौरान रामानंद सागर निर्देशित “रामायण” और बी।आर चोपड़ा निर्देशित ‘‘महाभारत” के प्रसारण की मांग की थी। दो दिन पहले प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेंपती ने कहा था कि वे इस पर काम कर रहे हैं। शुक्रवार को जावड़ेकर ने इस संबंध में ट्वीट किया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि जनता की मांग पर हम कल यानि शनिवार 28 मार्च से डीडी नेशनल पर ‘रामायण’ का प्रसारण शुरू कर रहे हैं , एक कड़ी सुबह नौ बजे से 10 बजे और दूसरी रात नौ से 10 बजे प्रसारित होगी।”
अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमित मामले एक लाख के पार
अमेरिका में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा पीड़ित नजर आर रहा है। बीते 24 घंटे में यहां इस घातक वायरस कोविड- 19 के चलते 345 लोगों की मौत हुई है और इस संक्रमण के 18,000 नए मामले सामने आए हैं। अमेरिका में इस वायरस से मरने वालों की संख्या लगभग 1550 पहुंच गई है। जबकि, एक लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।
नोएडा में आज से होगी जरूरी चीजों की होम डिलिवरी
कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन लगाया गया है। 21 दिनों तक जारी रहने वाले इस लॉकडाउन की वजह से आम जनमानस को जरूरी सामान की दिक्कत आ रही है। अब इन दिक्कतों को दूर करने के लिए प्रशासन ने होम डिलीवरी और जरूरी सामान वालों को डिलीवरी करने की परमिशन दी है। दिल्ली से सटे नोएडा में भी अथॉरिटी ने एक लिस्ट जारी की है, जिसपर संपर्क करके अपने घर पर जरूरी सामान मंगवा सकते हैं।
कोरोना की दवा के लिये WHO की परीक्षण प्रक्रिया का जल्द हिस्सा बन सकता है भारत
कोरोना वायरस के उपचार की दवा विकसित करने के लिये भारत, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ दुनिया के तमाम देशों की साझेदारी वाली परीक्षण प्रक्रिया में अपनी भागीदारी कर सकता है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की महामारी एवं संक्रामक रोग इकाई के प्रमुख डा। रमन आर गंगाखेडकर ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी देते हुये बताया कि परीक्षण के फलस्वरूप नयी दवाओं की खोज हो सकेगी। उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि हम शीघ्र ही डब्ल्यूएचओ की परीक्षण प्रक्रिया में भागीदारी करेंगे। उन्होंने कहा कि पहले भारत ने इसमें भागीदारी नहीं की थी।’’ डा गंगाखेडकर ने कहा कि आईसीएमआर की भी प्राथमिकता कोरोना के संक्रमण की दवा को खोजना है। कोरोना वायरस का टीका विकसित करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस दिशा में जैव प्रौद्योगिकी विभाग कार्यरत है। इसके साथ ही वैज्ञानिकों के लगभग 30 समूह भी टीका विकसित करने की दिशा में प्रयासरत हैं।