TMC सांसद महुआ मोइत्रा संसद में पड़ी अकेली, उनकी अपनी पार्टी भी साथ नहीं, जानिए क्या है पूरा मामला
By शीलेष शर्मा | Published: February 4, 2022 09:53 PM2022-02-04T21:53:49+5:302022-02-04T21:53:49+5:30
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा एक बार फिर विवादों में हैं। हालांकि इस बार उन्हें अपनी पार्टी और अन्य साथी विपक्षी नेताओं का भी साथ नहीं मिला। जानिए आखिर ये पूरा मामला क्या है।
नई दिल्ली: टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अध्यक्ष के आसन पर बैठी पीठासीन अधिकारी रमा देवी पर शुक्रवार को तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि संसद में सदस्य कैसे बोले इस पर सीख देने का कोई अधिकार पीठासीन अधिकारी के पास नहीं है।
मोइत्रा ने इसकी शिकायत लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से भी की है। लोकसभा में लेकिन पूरे सदन ने एक स्वर से आसन के प्रति अपनी प्रतिबद्धिता दिखाते हुए अध्यक्ष ओम बिड़ला को भरोसा दिया कि सदन का हर सदस्य आसन के सम्मान को लेकर चिंतित ही नहीं बल्कि उसके लिए समर्पित है।
फारुक अब्द्दुल्ला ने अध्यक्ष को ब्रिटिश संसद का हवाला देते हुए कहा कि वह सदन के मास्टर हैं। इसका सम्मान उनको प्रधानमंत्री को भी कराना चाहिये लेकिन बाबजूद इसके टीएमसी के सदन में नेता सुदीप बन्दद्योपाध्या ने भी अध्यक्ष के सम्मान करने की बात का समर्थन किया।
महुआ मोइत्रा को नहीं मिला किसी का साथ
लोकसभा में बिना महुआ मोइत्रा का नाम लिए किसी ने उनके आचरण का समर्थन नहीं किया। दरअसल गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान समय सीमा को लेकर मोइत्रा और पीठासीन अधिकारी के बीच कड़वाहट पैदा हो गयी थी। इसके बाद मोइत्रा ने सोशल मीडिया पर आसन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कड़ी आलोचना की।
मोइत्रा ने लोकमत से बात करते हुए कहा, 'हम विपक्ष में हैं, सरकार को माला पहनाने के लिए नहीं, हमारा काम मुद्दों को उठाना है, हमारे निर्धारित समय में जबरन कटौती केवल इसलिए की गई कि वह सरकार पर हमला कर रहीं थी।' मोइत्रा को जब सदन में शुक्रवारह को किसी दल का समर्थन नहीं मिला तब उन्होंने गांधी जी की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, 'भले ही आप अल्पमत में हो ,सत्य -सत्य ही रहेगा।'