'पार्थ चटर्जी को शिक्षा मंत्रालय में हो रहे भ्रष्टाचार की पूरी जानकारी थी', तृणमूल की पूर्व नेता ने किया चौंकाने वाला खुलासा
By शिवेंद्र राय | Published: July 31, 2022 11:46 AM2022-07-31T11:46:24+5:302022-07-31T11:48:11+5:30
पश्चिम बंगाल के बर्खास्त मंत्री पार्थ चटर्जी की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। शिक्षक भर्ती घोटाले में नाम आने के बाद ईडी द्वारा हिरासत में लिए गए पार्थ चटर्जी के बारे में तृणमूल कांग्रेस की ही एक पूर्व नेता ने खुलासा करते हुए कहा है कि पार्थ चटर्जी को शिक्षा मंत्रालय में हो रहे भ्रष्टाचार की पूरी जानकारी थी।
नई दिल्ली: भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी लगातार घिरते जा रहे हैं। अब तृणमूल कांग्रेस की ही एक पूर्व नेता ने पार्थ चटर्जी के बारे में ऐसे खुलासे किए हैं जिससे उनकी मुसीबतें बढ़ सकती हैं। पश्चिम बंगाल कॉलेज और यूनिवर्सिटीज की प्रोफेसर एसोसिएशन (WBCUPA) की पूर्व महासचिव और तृणमूल कांग्रेस की नेता रह चुकी बैसाखी बनर्जी ने कहा है कि पार्थ चटर्जी को शिक्षा मंत्रालय में हो रहे भ्रष्टाचार की पूरी जानकारी थी लेकिन उन्होंने इसे रोकने कि लिए कुछ नहीं किया।
एक निजी समाचर चैनल से बातचीत करते हुए बैसाखी बनर्जी ने बताया कि पार्थ चटर्जी अच्छी तरह जानते थे कि पैसे लेकर लोगों को नौकरियां दी जा रही हैं। इतना ही नहीं बैसाखी बनर्जी ने बताया कि पार्थ चटर्जी नहीं चाहते थे कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी किसी भी हाल में सरकारी विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति बनें। अपनी बातचीत के दौरान बैसाखी बनर्जी ने एक वाकया भी सुनाया कि जब केसरी नाथ त्रिपाठी प. बंगाल के राज्यपाल थे तब पार्थ चटर्जी ने उनसे कलकत्ता विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में एक महिला को नियुक्त करने के लिए कहा था। बैसाखी बनर्जी ने बताया कि जिस महिला को पार्थ चटर्जी ने नियुक्त करने के लिए कहा था उनके पास नौकरी का आवेदन भी नहीं था।
कौन हैं बैसाखी बनर्जी
पार्थ चटर्जी के बारे में चौंकाने वाले खुलासे करने वाली बैसाखी बनर्जी तृणमूल कांग्रेस के प्रोफेसर सेल की महासचिव थीं। इस सेल को पश्चिम बंगाल कॉलेज और यूनिवर्सिटी प्रोफेसर एसोसिएशन (डब्ल्यूबीसीयूपीए) के नाम से जाना जाता है। बैसाखी बनर्जी साल 2019 में भाजपा में शामिल हुई थीं लेकिन 2021 में उन्होंने भाजपा भी छोड़ दी थी।
बता दें कि बंगाल के बर्खास्त मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी,दोनों फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं। पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से शिक्षक भर्ती घोटाले में कथित तौर पर कुल 52 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं।