तीन केंद्रीय मंत्री हरियाणा में अपने बच्चों को टिकट दिलाने की फिराक में
By बलवंत तक्षक | Published: February 9, 2019 06:31 AM2019-02-09T06:31:59+5:302019-02-09T06:31:59+5:30
पैंतालीस साल से राजनीति में सक्रिय बीरेंद्र सिंह का कहना है कि आज राजनीति में युवा सोच की जरूरत है. वे अपने बेटे को हिसार या सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाने के इच्छुक हैं.
केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह, उर्वरक राज्य मंत्री इंद्रजीत सिंह और सामाजिक अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुज्जर आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अपने बच्चों को भाजपा का टिकट दिलाने की फिराक में हैं. हरियाणा से ताल्लुक रखने वाले इन तीनों केंद्रीय मंत्रियों को लगता है कि अपने बच्चों की राज्य की राजनीति में पैठ जमाने का यह सही वक्त है.
चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह हरियाणा में सीनियर आईएएस अफसर हैं. कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आए बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि अगर उनके बेटे को भाजपा का टिकट मिलता है तो वे राजनीति को अलविदा कह देंगे. राज्यसभा के सदस्य बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता इस समय जींद जिले के उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की विधायक हैं.
पिछले पैंतालीस साल से राजनीति में सक्रिय बीरेंद्र सिंह का कहना है कि आज राजनीति में युवा सोच की जरूरत है. वे अपने बेटे को हिसार या सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाने के इच्छुक हैं. कांग्रेस से भाजपा में आए केंद्रीय उर्वरक राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी अपनी बेटी आरती राव को राजनीति के मैदान में उतारने का मन बना चुके हैं. राव ने कहा है कि आने वाले लोकसभा चुनावों के बाद वे फिर कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे. वे एक बार फिर गुरु ग्राम लोकसभा क्षेत्र से ही किस्मत आजमाना चाहते हैं.
उनकी इच्छा है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में उनकी बेटी आरती राव दक्षिण हरियाणा की किसी सीट से भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरे. इंद्रजीत सिंह के पिता राव बीरेंद्र सिंह 1967 में हरियाणा के मुख्यमंत्री थे. राव परिवार का दक्षिणी हरियाणा की राजनीति में अच्छा-खासा प्रभाव है. पिछले विधानसभा चुनाव में दक्षिण हरियाणा से भाजपा ने सभी 11 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
केंद्रीय सामाजिक अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुज्जर भी अपने बेटे विकास को फरीदाबाद जिले की अपनी पुरानी सीट तिगांव से विधानसभा चुनाव लड़ाना चाहते हैं. पिछले चुनावों में तिगांव सीट पर कांग्रेस के ललित नागर ने जीत दर्ज की थी. इससे पहले कृष्णपाल गुज्जर तिगांव सीट से ही चुनाव जीतते रहे हैं. फरीदाबाद से सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने अपने बेटे देवेंद्र चौधरी को भाजपा की टिकट दिलाने की कोशिश की थी, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया था. आने वाले विधानसभा चुनावों में वे फिर से प्रयास करेंगे. देवेंद्र चौधरी इस समय फरीदाबाद नगर निगम के वरिष्ठ महापौर हैं.