नयी दिल्ली, 23 नवंबर दिल्ली पुलिस ने बैंक में गिरवी रखी गई संपत्तियों को कंपनियों को बेचकर 10 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि जांच के आधार पर आरोपी ऋषि अरोड़ा, उमेश आजाद और मनोज द्विवेदी को सोमवार को शहर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ 2018 में एक मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस ने बताया कि तीनों ने एक बैंक के पास पहले से गिरवी रखी संपत्तियों को बेचकर और शिकायतकर्ता कंपनियों के साथ 10 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की।
पुलिस के मुताबिक, शिकायतकर्ता विनोद कुमार राजपॉल (दो कंपनियों और उसकी सहयोगी संस्था के निदेशक) ने श्री कॉलोनाइजर्स एंड डेवलपर्स प्रा. लिमिटेड और इसके निदेशकों के खिलाफ दो अलग अलग शिकायतें दीं और बताया कि उन्होंने लखनऊ में एक होटल और एक रिहायशी संपत्ति बेची।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि श्री कॉलोनाइजर्स एंड डेवलपर्स प्रा. लिमिटेड ने इन संपत्तियों को पहले से ही बैंक में 15 करोड़ रुपये के कर्ज की सुरक्षा के तौर पर गिरवी रखा हुआ था। पुलिस ने बताया कि इस बीच कर्ज गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) हो गया और बैंक ने संपत्तियों को अपने कब्जे में ले लिया।
आर्थिक अपराध इकाई के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) राजीव रंजन ने बताया कि आरोपियों ने शिकायती से 10 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है।
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