जो लोग सेना का मनोबल गिराते हैं, अच्छा होगा ऐसे लोग दूसरे देश की नागरिकता ले लें: MP के गृह मंत्री
By अनुराग आनंद | Published: July 29, 2020 02:32 PM2020-07-29T14:32:38+5:302020-07-29T14:32:38+5:30
शिवराज सिंह चौहान सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि हिन्दुस्तान के लिए आज का दिन गौरवान्वित होने का है।
भोपाल: फ्रांस से चलकर 5 राफेल विमान आज देश पहुंच गया है। इस बीच मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि हिन्दुस्तान का आसमान और देश का माथा आज राफेल की गर्जना से गौरव से गौरवान्वित होगा। लेकिन, अगर मातम होगा तो केवल तीन जगह होगा, चीन, पाकिस्तान और उनके लोगों के यहां जो सुबह से ट्वीट कर सेना और राफेल के विरोध में बोल रहे हैं।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जो लोग रोज सुबह उठकर कभी सेना का मनोबल गिराते हैं, कभी देश के सम्मान और स्वाभिमान को आहत करते हैं, अच्छा होगा अगर ऐसे लोग किसी दूसरे देश की नागरिकता ले लें।
जो लोग रोज सुबह उठकर कभी सेना का मनोबल गिराते हैं, कभी देश के सम्मान और स्वाभिमान को आहत करते हैं, अच्छा होगा अगर ऐसे लोग किसी दूसरे देश की नागरिकता ले लें: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा https://t.co/ks9PRVFENP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2020
'ऐरो लीडर (राफेल) हिंद महासागर में आपका स्वागत है-
भारतीय वायुसेना के लिए आज का दिन खास है। फ्रांस से आए पांच राफेल विमान आज भारतीय वायुसाना का हिस्सा बन जाएंगे। फ्रांस से सोमवार को निकले पांच राफेल विमानों ने आज यूएई से भारत के लिए दोबारा उड़ान भरी। हालांकि, दिलचस्प नजारा उस समय नजर आया जब राफेल विमान भारतीय वायुसीमा में प्रवेश हुए।
राफेल विमान जैसे ही पश्चिमी अरब सागर के ऊपर से निकले तो यहां तैनात भारतीय नौसेना के वॉरशिप आईएनएस कोलकाता ने इसका अलग अंदाज में स्वागत किया। आईएनएस कोलकाता डेल्टा 63 की ओर से कहा गया, 'ऐरो लीडर (राफेल) हिंद महासागर में आपका स्वागत है।'
इस पर राफेल की ओर से भी जवाब दिया गया, 'बहुत शुक्रिया।' इसके बाद आईएनएस कोलकाता ने कहा- आप आकाश की उंचाईयों को नापे, हैप्पी लैंडिंग। इसके तत्काल बाद राफेल की ओर से भी जवाब दिया गया- हैप्पी हंटिंग ओवर एंड आउट।'
पांचों विमान करीब सात घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने के बाद यहां उतरे थे-
फ्रांस से अंबाला तक अपनी लंबी उड़ान के बीच ये पांचों विमान करीब सात घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने के बाद संयुक्त अरब अमीरात में अल दफरा एयरबेस पर उतरे थे। पहला राफेल जेट पिछले साल अक्टूबर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की फ्रांस यात्रा के दौरान भारतीय वायुसेना को सौंपा गया था।
इन विमानों के आने से भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ोतरी होने की संभावना है। भारत ने 23 सितंबर 2016 को फ्रांसीसी एरोस्पेस कंपनी दसॉल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था।
इन विमानों को बुधवार दोपहर में भारतीय वायुसेना में स्क्वाड्रन नम्बर 17 में शामिल किया जाएगा, जिसे 'गोल्डन एरोज' के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि, इन विमानों को औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल करने के लिए मध्य अगस्त के आसपास समारोह आयोजित किया जा सकता है।