शिवसेना स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच होगा शक्ति प्रदर्शन
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 15, 2023 02:58 PM2023-06-15T14:58:15+5:302023-06-15T15:09:51+5:30
इस साल 19 जून को शिवसेना स्थापना दिवस मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और बालासाहेब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे के बीच शक्ति प्रदर्शन के तौर पर मनाया जाएगा।
मुंबई: बालासाहेब ठाकरे ने साल 1966 में 19 जून को शिवसेना की स्थापना की थी। अब सत्तानव साल बाद एक बार फिर मुंबई में शिवसेना का स्थापना दिवस मनाया जाएगा लेकिन इस साल का शिवसेना दिवस मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और बालासाहेब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे के बीच शक्ति प्रदर्शन के तौर पर मनाया जाएगा। शिवसेना के दो अलग-अलग खेमें में बंटने के कारण आने वाली 19 मई को मुंबई में दो समानांतर स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
शिवसेना के बंटवारे के लगभग एक साल बाद बालासाहेब ठाकरे के बेटे और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के शिवसेना पर संपूर्ण प्रभुत्व के लिए अपनी पूरी ताकत के साथ समानांतर शो आयोजित करेंगे। खबरों के मुताबिक दोनों नेता यह शक्ति प्रदर्शन 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए कर रहे हैं।
करीब एक साल पहले शिवसेना के 56वें स्थापना दिवस के ठीक बाद एकनाथ शिंदे ने उद्धव के खिलाफ खुली बगावत कर दी थी और विधायकों को तोड़कर भाजपा की की मदद से उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को गिरा दिया था।
एकनाथ शिंदे ने एक दर्जन विधायकों के साथ 21 जून 2022 को सड़क मार्ग से गुजरात चले गए और फिर बागी विधायकों के समूह के बढ़ने पर गुवाहाटी चले गए। 30 जून 2023 को शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और भाजपा के देवेंद्र फड़नवीस को उपमुख्यमंत्री बनाया।
विभाजन के बाद शिवसेना के 56 में से 40 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ और बाकी 16 विधायक उद्धव ठाकरे के साथ थे। चुनाव आयोग के समक्ष दो गुटों की लड़ाई में एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना के रूप में वैधता मिल गई और पार्टी का चुनाव चिन्ह तीर-धनुष आवंटित कर दिया। जिसके बाद शिंदे को शिवसेना का प्रमुख बनाया गया।
वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग ने उद्धव के गुट को पार्टी के चुनाव चिन्ह के रूप में 'मशाल' के साथ शिवसेना (यूबीटी) के रूप में मान्यता दी। इस साल मई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में उद्धव की स्थिति को बहाल नहीं किया जा सकता है, हालांकि उसने तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ निंदा की और महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष की अयोग्यता के मुद्दे को निपटाने के लिए छोड़ दिया था।
इन्हीं सारी स्थितियों में दोनों शिवसेनाएं समानांतर रूप से 19 जून 2023 को स्थापना दिवस आयोजित करेंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना गोरेगांव के नेस्को कॉम्प्लेक्स में एक भव्य स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजित करेगी जबकि उद्धव गुट वाली शिवसेना (यूबीटी) किंग्स सर्कल के शनमुखानंद हॉल में स्थापना दिवस आयोजित करेगी।