तिरुवनंतपुरम, 30 नवंबर सतर्कता और भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो द्वारा ‘केरल स्टेट फाइनेंसियल इंटरप्राइजेज’ (केएसएफई) के कार्यालयों पर की गई छापेमारी को केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोमवार को सही ठहराया और कहा कि वह छापेमारी नहीं बल्कि जानकारी के आधार पर किया गया निरीक्षण था।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि सतर्कता विभाग के निदेशक ने 27 नवंबर को केएसएफई की 40 शाखाओं की तलाशी लेने की अनुमति 10 नवंबर को प्रदान की थी।
इस कार्रवाई से हंगामा खड़ा हो गया था और राज्य के वित्त मंत्री थॉमस आइजैक ने इसकी आलोचना की थी।
हालांकि उन्होंने सोमवार को कहा कि वह केएसएफई पर सतर्कता विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के विवाद में नहीं पड़ना चाहते।
सत्ताधारी दल माकपा ने भी तलाशी लिए जाने की आलोचना की थी और कहा था कि इससे केएसएफई की विश्वसनीयता खराब होगी।
सतर्कता और भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो द्वारा लगाए गए “गंभीर अनियमितताओं” के आरोपों को केएसएफई ने सोमवार को खारिज कर दिया और कहा कि उनकी आंतरिक जांच में केवल कुछ छोटी-मोटी गलतियां ही सामने आई हैं।
विजयन ने कहा कि सतर्कता विभाग को जब कोई खुफिया सूचना प्राप्त होती है तो वह निदेशक की अनुमति से निरीक्षण करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एजेंसी द्वारा निरीक्षण की रिपोर्ट सौंपने के बाद आंतरिक ऑडिट, आंतरिक सतर्कता जांच, विभागीय कार्रवाई या जांच शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा, “वह अपनी रिपोर्ट सौंपते हैं जिसके बाद सरकार को कार्रवाई करनी होती है। उन्हें मिली सूचना के आधार पर निरीक्षण किया गया। उन्हें ऐसा करने का अधिकार है। इसमें कुछ नया नहीं है। हालांकि, इसके आधार पर वह कोई कदम नहीं उठा सकते। पिछले दो साल में यह पहला निरीक्षण नहीं है। 2019 में विभिन्न विभागों का 18 निरीक्षण किया गया था और इस साल छह निरीक्षण किया गया।”
इससे पहले केएसएफई अध्यक्ष पीलिपोज थॉमस ने कहा कि यदि सतर्कता विभाग की जांच में किसी गंभीर अनियमितता का पता चलता है तो वह उसकी जांच करने के लिए तैयार हैं।
शनिवार को तलाशी लेने वाले सतर्कता विभाग के दल की आलोचना करते हुए थॉमस ने कहा कि जांच अधिकारियों को ‘चिटफंड’ कंपनी के कामकाज के बारे में मूलभूत जानकारी भी नहीं थी।
पथनमथिट्टा में थॉमस ने संवाददाताओं से कहा, “जिन शाखाओं में सतर्कता विभाग ने तलाशी ली, हमने उन सभी शाखाओं की आंतरिक ऑडिट कराई है। लेकिन हमें किसी भी शाखा में कोई गंभीर गलती नहीं मिली। दैनिक कामकाज में केवल कुछ छोटी-मोटी गलतियां सामने आई हैं।
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