बिहार में नौकरी देने का श्रेय लेने की मची है होड़, जदयू ने राजद पर लगाया पोस्टर फाड़ने का आरोप
By एस पी सिन्हा | Published: February 26, 2024 03:13 PM2024-02-26T15:13:49+5:302024-02-26T15:15:58+5:30
इस बीच राजद कार्यकर्ताओं पर जदयू के लगे पोस्टर को फाड़ने का आरोप लगने लगा है। जदयू के महासचिव निखिल मंडल ने जदयू के बैनर और पोस्टर फाड़ने के मामले में बिना नाम लिए राजद पर अपनी जमकर भड़ास निकाली है।
पटना: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के जनविश्वास यात्रा को लेकर सियासत गरमायी हुई है। एक तरफ तेजस्वी यादव जनता के बीच जाकर जहां उनसे अपने 17 महीने में किए गए कामों की चर्चा कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर जदयू के द्वारा पोस्टर लगाकर सभी कामों का श्रेय केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिया जा रहा है। जदयू का कहना है कि नौकरी, रोजगार मतलब नीतीश कुमार, तो दूसरी ओर राजद नौकरी, रोजगार का मतलब तेजस्वी यादव को बता रहा है।
इस बीच राजद कार्यकर्ताओं पर जदयू के लगे पोस्टर को फाड़ने का आरोप लगने लगा है। जदयू के महासचिव निखिल मंडल ने जदयू के बैनर और पोस्टर फाड़ने के मामले में बिना नाम लिए राजद पर अपनी जमकर भड़ास निकाली है। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए इस घटना को नफरत और द्वेषता पूर्ण राजनीति से प्रेरित बताया।
उन्होंने कहा कि ऐसे हथकंडों से हम रुकने वाले नहीं है। निखिल मंडल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि "पोस्टर सभी दल के लोग लगाते है, पर हमारा संस्कार नहीं कि दूसरे दल के पोस्टर को नुकसान पहुंचाए। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने की आजादी है। तेजस्वी यादव मधेपुरा आ रहे है, तो क्या ये निर्देश दिया गया है कि निखिल मंडल द्वारा लगाए हुए पोस्टर दिखना नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य करने के बाद बोलेंगे कि लोकतंत्र खतरे में है, संविधान खतरे में है। रात के 12 बजे चुपके से ऐसी हरकत, ये तो घबराहट का प्रतीक है। भाई, पोस्टर फाड़ लोगे पर इस सच्चाई को कहा मिटा पाओगे कि मधेपुरा विधानसभा की महान जनता के दिल में एनडीए बसता है। जय एनडीए-तय एनडीए।
वहीं निखिल मंडल ने इसके साथ ही एक वीडियो भी साझा किया है। जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि बाइक सवार एक युवक आ रहा है और निखिल मंडल के द्वारा लगाए गए पोस्टर को फाड़ रहा है। निखिल मंडल ने यह पोस्टर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ उनके उपलब्धि को गिनाते हुए लगाए थे। जिसमें मुख्यमंत्री की तस्वीर के साथ लिखा था, नौकरी-रोजगार का मतलब नीतीश सरकार।