"मोदी सत्ता को हटाने के लिए होगी 'इंडिया' की तीसरी बैठक ", महाराष्ट्र् कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 18, 2023 08:32 AM2023-08-18T08:32:40+5:302023-08-18T08:36:38+5:30
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मुंबई में 31 अगस्त और 1 सितंबर को होने वाली विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' का एजेंडा केंद्र से नरेंद्र मोदी की सत्ता को हटाना है।
मुंबई: महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मुंबई में 31 अगस्त और 1 सितंबर को होने वाली विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' का एक ही एजेंडा है और वो है केंद्र से मोदी की सत्ता को हटाना। नाना पटोले ने बीते गुरुवार को कहा कि मुंबई में होने वाली विपक्षी गुट की बैठक का मिशन केंद्र से नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंकना है।
इसके साथ ही उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 'इंडिया' की मुंबई बैठक इस देश को एक नई दिशा देगी। जिसमें सभी प्रमुख विपक्षी दल इकट्ठा हो रहे हैं। पटोले ने कहा, "मुंबई में इंडिया की बैठक को सफल बनाने के लिए मातोश्री में एक बैठक हुई, जिसमें होने वाली बैठक का एजेंडा तय किया गया। यह देश को एक नई दिशा देगी। मुंबई बैठक का एकमात्र उद्देश्य केंद्र से मोदी सरकार को हटाने का है।''
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि बैठक के मद्देनजर हमने बुधवार को भी एक समीक्षा बैठक की थी। महाविकास अघाड़ी की ओर से हुई इस बैठक के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भाजपा गठबंधन में शामिल होने की अफवाह पैदा हुई। लेकिन शरद पवार ने
पुणे में साफ कर दिया कि वो अजित पवार के साथ नहीं जाएंगे।
पटोले ने कहा. “शरद पवार एक बड़े नेता हैं, वह अपनी पार्टी के लिए निर्णय लेने में सक्षम हैं और उन्होंने पिछले हफ्ते अजित और अपने बीच हुई मुलाकात पर अपना रुख स्पष्ट भी कर दिया है।”
शरद पवार ने 13 अगस्त को ही कहा था कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ नहीं जाएगी क्योंकि उसकी विचारधारा एनसीपी के राजनीतिक ढांचे में फिट नहीं बैठती है।
पवार ने सोलापुर के सांगोला में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, "एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मैं यह स्पष्ट कर रहा हूं कि मेरी पार्टी (एनसीपी) भाजपा के साथ नहीं जाएगी। भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा एनसीपी के राजनीतिक ढांचे में फिट नहीं बैठती है।"
उन्होंने आगे बिना किसी का नाम लिए कहा, "कुछ "शुभचिंतक" उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
लेकिन हममें से कुछ ने अलग रुख अपनाया है। हमारे कुछ शुभचिंतक यह देखने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हमारे मन में कोई बदलाव हो सकता है। यही कारण है कि वे हमारे साथ सौहार्दपूर्ण चर्चा करने की कोशिश कर रहे हैं।"
अजित पवार के साथ 'गुप्त बैठक' के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा था, “मुझे मेरे भतीजे से मिलने में कोई बुराई नजर नहीं आती है। जब यह आवास पर आयोजित किया गया तो भला यह कैसे गुप्त हो सकता है।''