अपने को स्वयंसेवक कहने वाले दक्षिण दिल्ली के महापौर के पास है शिक्षा के लिए नया आईटी दृष्टिकोण

By भाषा | Published: June 16, 2021 11:07 PM2021-06-16T23:07:55+5:302021-06-16T23:07:55+5:30

The mayor of South Delhi, who calls himself a volunteer, has a new IT approach to education | अपने को स्वयंसेवक कहने वाले दक्षिण दिल्ली के महापौर के पास है शिक्षा के लिए नया आईटी दृष्टिकोण

अपने को स्वयंसेवक कहने वाले दक्षिण दिल्ली के महापौर के पास है शिक्षा के लिए नया आईटी दृष्टिकोण

(कुणाल दत्त)

नयी दिल्ली, 16 जून अपने को बचपन के दिनों से आरएसएस का स्वयंसेवक कहने वाले दक्षिण दिल्ली के नये महापौर मुकेश सूर्यान में मन में आईटी एवं डिजिटल मंचों के माध्यम से निगम के विद्यालयों की शिक्षा प्रणाली की तस्वीर बदलने का सपना है।

मेरठ विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान से स्नातक सूर्यान (43) ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के एक गांव में पले-बढ़े और वहीं से अपनी स्कूली शिक्षा उन्होंने पूरी की।

उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन, आईटी कुछ ऐसी चीज है जिसको लेकर मैं जुनुनी हूं और मैंने इस क्षेत्र में काम भी किया है। मेरे कई ऐसे दोस्त हैं जो बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों में काम करते हैं और मेरे लिए प्राथमिकता डिजिटल प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा की तस्वीर बदलनी की होगी और कोरोना वायरस के वक्त इसकी मेरे लिए बड़ी अहमियत है।’’

दक्षिण दिल्ली के नये महापौर बुधवार को भाजपा शासित एसडीएमसी की बैठक में निर्विरोध निर्वाचित हुए तथा चुनाव महज औपचारिकता रह गयी क्योंकि नामांकन भरने वाले सूर्यान एकमात्र प्रत्याशी थे।

सागरपुर पश्चिम के पार्षद सूर्यान अपने आपको बचपन से ही स्वयंसेवक कहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ आरएसएस के प्रति निष्ठावान रहने के अलावा मैं भाजपा का समर्पित कार्यकर्ता हूं और मैंने युवावस्था के अपने दिनों के दौरान विभिन्न चुनावों में तथा अतीत में एसडीएमसी की शिक्षा समिति के प्रमुख के तौर पर काम किया है। अब दिल्ली के लोगों की सेवा करने की बड़ी जिम्मेदारी आयी है।’’

महामारी की तीसरी लहर की संभावना के मद्देनजर निगम की तैयारी के बारे में पूछे जाने पर सूर्यान ने कहा , ‘‘ हम प्रार्थना कर रहे हैं कि स्थिति फिर वैसी नहीं बिगड़े लेकिन निगम के स्तर पर हम कोविड सुरक्षा नियमों के अनुपालन के लिए सभी कदम उठा रहे हैं। हम कार्यालयों एवं घरों में लोगों के पास पहुंच रहे हैं , हमारी कूड़ा गाड़ियों पर लाउडस्पीकर लगा होता है जिस पर कोविड रोकथाम के लिए सुरक्षा नियमों का एलान करके लोगों को मास्क लगाने, एकदूसरे से दूरी रखने आदि के बारे में जागरूक किया जाता है।

बुधवार को तीनों नये महापौर भाजपा शासित एनडीएमसी, एसडीएमसी और ईडीएमसी के इन पदों के निर्विरोध निर्वाचित हुए।

सूर्यान ने कहा, ‘‘ हम हर क्षेत्र में आदर्श कक्षाएं बना रहे है और हम अपने निगम विद्यालयों को निजी विद्यालयों के समतुल्य बना रहे हैं ताकि लोग अपने बच्चों को विश्वास के साथ हमारे विद्यालयों में भेजें। स्मार्ट कक्षा और स्मार्टर प्रौद्योगिकी से बच्चे स्मार्ट होंगे।

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Web Title: The mayor of South Delhi, who calls himself a volunteer, has a new IT approach to education

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