पटना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि राहुल गांधी में किसी राजनीतिक संघर्ष या योग्यता के आधार पर नहीं, बल्कि एक विशेष परिवार में जन्म लेने के कारण कांग्रेस का नेतृत्व कर रहे हैं। जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है, लेकिन इसके बावजूद वे संसद के शीतकालीन सत्र को छोड़कर बिना किसी ठोस वजह के विदेश चले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने देश के आंतरिक मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाकर भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया।
वोट चोरी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए नीरज कुमार ने सवाल उठाया कि क्या बिहार में कांग्रेस और महागठबंधन को मिली सीटें भी इसी कथित वोट चोरी का नतीजा थीं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद को जो सीटें मिलीं, क्या वह भी इसी प्रक्रिया से हासिल हुईं? नीरज कुमार ने कहा कि राहुल गांधी खुद अपने ही आरोपों के घेरे में फंसते नजर आ रहे हैं।
उन्होंने कांग्रेस के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि गैर-कांग्रेस सरकारों को बर्खास्त करने, धारा 356 के दुरुपयोग और आपातकाल जैसे फैसलों ने लोकतंत्र को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया। कांग्रेस शासनकाल में ही जांच एजेंसियों की निष्पक्षता पर सवाल उठे और सुप्रीम कोर्ट तक ने सीबीआई को पिंजरे का तोता कहा था। ऐसे में लोकतंत्र पर भाषण देने से पहले कांग्रेस को अपने अतीत की समीक्षा करनी चाहिए।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बयान पर नीरज कुमार ने कहा कि थरूर ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भाग लेने के बाद बिहार आकर राज्य में हुए विकास कार्यों की सराहना की। उन्होंने सड़कों, बिजली व्यवस्था और नालंदा विश्वविद्यालय में हुए बदलावों का जिक्र किया, जहां आज 22 देशों के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं।
नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी को राजगीर में भी विकास नजर नहीं आया, क्योंकि उनकी रुचि विकास देखने से ज्यादा राजनीतिक बयानबाजी में रही। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता को गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ अपनी भूमिका निभानी चाहिए।