"पंजाब की सरकार 'बच्चा पार्टी' है...इन्हें मुद्दों की पूरी जानकारी नहीं"- हरियाणा गृह मंत्री अनिल विज ने साधा 'आप' पर निशाना
By आजाद खान | Updated: April 2, 2022 17:13 IST2022-04-02T17:10:49+5:302022-04-02T17:13:22+5:30
आपको बता दें कि 'आप' पर हमला बोलते हुए अनिल विज ने कहा, "अभी पंजाब सरकार के दूध के दांत भी नहीं टूटे हैं। इस पार्टी का जन्म धोखे से हुआ है।"

"पंजाब की सरकार 'बच्चा पार्टी' है...इन्हें मुद्दों की पूरी जानकारी नहीं"- हरियाणा गृह मंत्री अनिल विज ने साधा 'आप' पर निशाना
चंडीगढ़:हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पंजाब सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर वार करते हुए पार्टी को बच्चा पार्टी कहा है। अनिल विज ने यह भी कहा कि 'आप' को मुद्दों की सही जानकारी नहीं है। आपको बता दें कि चंडीगढ़ मुद्दे को लेकर पिछले कई दिनों बयानाबाजी चल रहा है जिसमें अब अनिल विज भी कुद गए हैं। उन्होंने यह बयान पंजाब सरकार के विधानसभा में चंडीगढ़ को पंजाब में स्थानांतरित करने के प्रस्ताव परित करने पर दिया है।
क्या कहा अनिल विज ने
मामले में बोलते हुए अनिल विज ने कहा, "पंजाब में जो सरकार आई है ये 'बच्चा पार्टी' है इन्हें मुद्दों की पूरी जानकारी नहीं है। चंडीगढ़ का मुद्दा है लेकिन वह अकेला मुद्दा नहीं है उसके साथ SYL का जल का मुद्दा है, हिंदी भाषी क्षेत्र के मुद्दे हैं तो इन सबका फैसला होगा किसी एक का नहीं है। हालांकि चंडीगढ़ मुद्दे पर पंजाब के सीएम भगवंत मान ने हाल में ही कहा था कि वे पंजाब के अधिकारों के लिए हर जगह जाएंगे।"
'आप' का जन्म धोखे से हुआ- अनिल विज
मीडिया से बात करते हुए अनिल विज ने यह भी कहा, "अभी पंजाब सरकार के दूध के दांत भी नहीं टूटे हैं। इस पार्टी का जन्म धोखे से हुआ है। अन्ना हज़ारे के आंदोलन में कहीं भी ये एजेंडा नहीं था कि राजनीतिक पार्टी बनाई जाएगी।"
सभी मुख्य विपक्ष ने उठाया था सवाल
पंजाब विधानसभा ने चंडीगढ़ को तत्काल राज्य को हस्तांतरित करने की मांग करने वाला प्रस्ताव शुक्रवार को पारित कर दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भारतीय जनता पार्टी के दो विधायकों की अनुपस्थिति में यह प्रस्ताव पेश किया। इन विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया था। विधानसभा का यह एक-दिवसीय विशेष सत्र केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उस घोषणा के परिप्रेक्ष्य में आहूत किया गया जिसमें कहा गया है कि केंद्रीय सेवा नियम केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के कर्मचारियों पर भी लागू होंगे।
भाजपा के अलावा आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल के सदस्य और बहुजन समाज पार्टी के इकलौते विधायक इस प्रस्ताव के समर्थन में आए और केंद्र के कदम को ‘‘तानाशाही और निरंकुश’’ बताया। चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी है।