देश कोई धर्मशाला नहीं है कि कोई भी व्यक्ति इसमें घुसकर रहने लगे, सीएए का विरोध सरासर मूर्खतापूर्णः विहिप अध्यक्ष

By भाषा | Published: January 20, 2020 07:32 PM2020-01-20T19:32:15+5:302020-01-20T19:32:15+5:30

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा, "सीएए का विरोध सरासर मूर्खतापूर्ण है। सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इसके प्रावधानों को पढ़ा तक नहीं है। उन्हें इसके प्रावधानों की समझ ही नहीं है। ये प्रदर्शनकारी यह भी नहीं बता रहे कि सीएए का कौन-सा प्रावधान गलत है।"

The country is not a hospice that any person can enter and live in it, opposition to the CAA is utterly foolish: VHP President | देश कोई धर्मशाला नहीं है कि कोई भी व्यक्ति इसमें घुसकर रहने लगे, सीएए का विरोध सरासर मूर्खतापूर्णः विहिप अध्यक्ष

सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इसके प्रावधानों को पढ़ा तक नहीं है।

Highlightsपूर्व न्यायाधीश ने सीएए की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, "हमें सीएए जैसा नागरिकता कानून तो अमल में लाना ही होगा।पूर्व राज्यपाल ने कहा, "संविधान के प्रावधानों के मुताबिक सभी राज्य सरकारों को सीएए लागू करना ही होगा।" 

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने सोमवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध मूर्खतापूर्ण है, क्योंकि लोग इस कानून के प्रावधान समझे बगैर ही इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

कोकजे ने कहा, "सीएए का विरोध सरासर मूर्खतापूर्ण है। सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इसके प्रावधानों को पढ़ा तक नहीं है। उन्हें इसके प्रावधानों की समझ ही नहीं है। ये प्रदर्शनकारी यह भी नहीं बता रहे कि सीएए का कौन-सा प्रावधान गलत है।"

मध्य प्रदेश और राजस्थान उच्च न्यायालयों के पूर्व न्यायाधीश ने सीएए की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, "हमें सीएए जैसा नागरिकता कानून तो अमल में लाना ही होगा। देश कोई धर्मशाला नहीं है कि कोई भी व्यक्ति इसमें घुसकर रहने लगे।"

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जैसे राजनीतिक दल "बांग्लादेशी घुसपैठियों का अपना वोट बैंक बचाने के लिये" नागरिकता के मुद्दे पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं और सीएए विरोधी प्रदर्शनों को हवा दे रहे हैं।

मध्य प्रदेश समेत विपक्षी दल शासित राज्यों में सीएए के विरोध पर हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल ने कहा, "संविधान के प्रावधानों के मुताबिक सभी राज्य सरकारों को सीएए लागू करना ही होगा।" 

Web Title: The country is not a hospice that any person can enter and live in it, opposition to the CAA is utterly foolish: VHP President

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